हिन्दू मान बिंदुओं की रक्षा करते हुए मनायें दुर्गा उत्सव - लक्ष्मीकांत पांडे
हिन्दू मान बिंदुओं की रक्षा  करते हुए मनायें दुर्गा उत्सव - लक्ष्मीकांत पांडे
 
बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील

आगामी दिनों मे आने वाले दुर्गा उत्सव को लेकर विश्व हिंदू परिषद की बैठक सम्पन्न हुई।बैठक मे प्रमुख रूप से विहिप व बंजरग दल के कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहें। बैठक को सम्बोधित करते हुए विहिप के जिला सह मंत्री लक्ष्मीकांत पांडे ने कहा की हम सभी को समाज के साथ मिलकर हिन्दू मान बिंदुओं की रक्षा करते हुए दुर्गा उत्सव को धुमधाम से मनाना है। वही प्रेसनोट के माध्यम से लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया की नवरात्रि का त्यौहार एक महत्वपूर्ण धार्मिक आस्था का पर्व है। इस त्यौहार में समस्त हिन्दू समाज एक होकर आदिशक्ति की पूजा अर्चना में जुट जाते है। श्री पांडे ने चेतावनी देते हुए कहाँ की बहुत से मूर्तिकार गाँव से लेकर के शहरो तक गणेश उत्सव में मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ कर चुके है समझाइश देने के बाद भी ये सिलसिला नही रुक पाया। किसी ने गणेश प्रतिमा के हाथ मे गन थमा दी तो, किसी ने उन्हें ट्रैफिक पुलिस बना दिया तो किसी ने उन्हें सिंगम बनाकर हिन्दू धर्म के मान बिन्दुओं को ठेस पहुचाने का कार्य किया है। उन्होंने मूर्तिकारों से आग्रह किया है की अगर समाज मे धर्म की हानि या आहत पहुचाने का कार्य किया गया तो बजरंग दल व विहिप संगठन उस मूर्तिकार पर प्रसाशन से कड़ी कार्यवाही कराने के लिए बाध्य होगा। गरबा पंडाल मे अन्य धर्मो के लोगो को नही दे अनुमति।
अभी हाल ही मे बैतूल जिले के प्रसिद्ध मंदिर बालाजीपुरम मे अन्य धर्म के लोगो ने जिस प्रकार की अराजकता कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुचाने का कार्य किया है। इसी को देखकर आने वादे समय मे माँ दुर्गा के पंडालो मे होने वाले गरबा उत्सव मे भी सभी धर्म प्रेमियों से विहिप व बंजरग दल के कार्यकर्ताओं ने आग्रह किया है की गरबा उत्सव मे किसी अन्य धर्म के लोगो को सहभागिता लेने की अनुमति न दी जाए। कार्यकर्ताओं का मानना है की अन्य समाज के लोग पंडालो मे आकर अराजकता व सामाजिक कुरीतियों को बढावा देते है जिसके कारण धर्म की हानि के साथ बहनो के साथ अभद्रता भी होती है।उन्होंने शासन प्रसाशन से मांग की है की सभी पंडालो पर उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए और अराजकता फैलाने या किसी भी प्रकार से धार्मिक भावनाओं के ठेस पहुचाने वालो पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाए, ताकि बाहूल्य हिन्दू समाज अपने उत्सवों को शांत और सौहार्द से मना सकें।