जिले के सुप्रसिद्ध एवं अतिप्राचीन धार्मिक स्थलों में शुमार
जिले के सुप्रसिद्ध एवं अतिप्राचीन धार्मिक स्थलों में शुमार श्री दामखेड़ा नाग मंदिर स्थल जाने वाली सड़क कई वर्षों से बदहाल है। यहां जिले भर के श्रद्धालु पहुंचकर पूजा-अर्चना करते हैं। जिन्हें आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर समिति अध्यक्ष नवनीत भंडारी ने बताया शहर के ओरंगपुरा से करीब 4 किमी की दूरी पर स्थित यह मंदिर सनातनियों की आस्था का केंद्र है, यहां तीज त्योहारों के साथ आमदिनों मे भी आवाजाही बनी रहती है। इतना ही नही इस मार्ग पर चर्च, दारुल उलूम होने से इसे सद्भावना मार्ग भी कहा जाता है। 
 लेकिन, दुर्भाग्य की बात तो यह है कि विगत कई वर्षों से सड़क जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय पदाधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण बदहाल है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे व उबड़-खाबड़ रास्ते के कारण यात्री वाहन दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं लेकिन गाहे-बगाहे भी इस महत्वपूर्ण सड़क के मरम्मत को लेकर विभागीय पदाधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नजर नहीं पड़ती। कई जगह गन्दा पानी , कूड़ा करकट जमा रहता है। मंदिर समिति ने पहुच मार्ग दुरुस्ती की मांग की है।