पर्यावरण संतुलन के लिए जैव विविधता का संरक्षण किया जाना जरूरी- बबीता श्योराण
चरखी दादरी (उमेश सतसाहेब)
चरखी दादरी- बिगड़ते पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के कारण जल,जंगल, वनस्पति जीव प्रभावित हो रहे हैं।
जैव विविधता बोर्ड की जिला समन्वयक बबीता श्योराण ने बौंदकलां ब्लाक के गांव बास,भागेश्वरी गांव में लोगों को पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। बबीता श्योराण ने बताया कि प्रदेश में जैव विविधता बोर्ड द्वारा सभी गांवों में सर्वे कर रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है जिसमें स्थानीय स्तर पर जैव विविधता समिति का महत्वपूर्ण योगदान दें ताकि गांव में पाई जाने वाली वनस्पति, जीव-जंतु, पेड़-पौधे,को जैव विविधता पंजीकरण किया जा सके।सतत विकास को अपनाते हुए आने वाली युवा पीढ़ी को भी सही जानकारी मिल सके। बबीता श्योराण ने बताया कि चरखी दादरी जिले के 166 पंचायत में कार्य प्रगति पर है। बौंदकलां खण्ड के गांव बास में 15 पेड़ कैम और जाल के है जो 150 से 200 वर्ष पुराने है जिसको ग्रामीणों द्वारा चबुतरे बनाकर संरक्षित किया है इसमें गांव के पूर्व सरपंच विनोद कुमार का अहम योगदान है। इस अवसर पर विनोद कुमार,अनिल,अमित,हरिराम जांगड़ा,शिवकुमार, रोशनलाल आदि मौजूद रहे।