रिपोर्ट ललित जोशी सहयोगी धर्मा चन्देल।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुपालन में दिनांक 02 अक्टूबर, से 14 नवम्बर, 2021 तक’’आजादी का अमृत महोत्सव’’ व ’’विधिक सेवा सप्ताह’’का उत्सव मनाया जा रहाहै। जिसका शुभारंभ दिनांक 02 अक्टूबर, को राष्ट्रीय स्तर पर किया गया।
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव आर0 के0 खुल्बे के द्वारा बताया गया कि’’आजादी का अमृत महोत्सव’’ व ’’विधिक सेवा सप्ताह’’ के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के आदेशानुपालन में उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के संयुक्त तत्वाधान् में विधिक सेवा कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन उच्च न्यायालय परिसर में किया गया।
उक्त प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति एवं उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्याय मूर्ति संजय कुमार मिश्रा के कर-कमलों द्वारा किया गया।
उक्त समारोह में उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के न्याय मूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति श्री शरदकुमार शर्मा, न्यायमूर्ति श्री एन.एस. धनिक, न्यायमूर्ति श्री आर.सी. खुल्बे एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
उपरोक्त कार्यक्रम में महाधिवक्ता एस.एन. बाबुलकर, जिला जज नैनीताल राजेन्द्र जोशी, मुख्य स्थायी अधिवक्ता सी.एस. रावत, उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के महानिबंधक धन्नजय चर्तुवेदी सहित अन्य निबन्धक, उत्तराखण्ड न्यायिक एवं विधिक अकादमी, भवाली के निदेशक नितिन शर्मा तथा उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्तागण एवं अन्य अधिवक्तागण उपस्थित रहें।
उत्तराखण्ड न्यायिक एवं विधिक अकादमी, भवाली में अध्ययनरत प्रशिक्षुन्यायिक अधिकारियों के द्वारा भी उक्त प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया एवं साथ ही स्कूलों के विद्यार्थियों के द्वारा भी उक्त प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया एवं
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव आर0 के0 खुल्बे के द्वारा बताया गया कि लगभग 500 व्यक्तियों के द्वारा उक्त प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया।