तान्या जर्मन में रहकर भी उत्तराखंड की संस्कृति को नही भूली।
तान्या जर्मन में रहकर भी उत्तराखंड की संस्कृति को नही भूली।

विवाहित महिला भी कुछ करने का दम रखती है। तान्या कांडपाल।

रिपोर्ट ललित जोशी सहयोगी धर्मा चन्देल।

नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल व उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाली महिला तान्या त्रिपाठी  कांडपाल ने जर्मनी में रहकर भी उत्तराखंड की संस्कृति को नही छोड़ा। 

उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा विवाहित महिलाएं भी बहुत कुछ कर सकती हैं। 

यहाँ बता दे अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो वह जरूर पूरी होती हैं ।

ऐसा ही कुछ कर दिखाया हैं नैनीताल की   बहु तान्या त्रिपाठी कांडपाल ने जिन्होंने मिसिज इंडिया वर्ल्डवाइड प्रतियोगिता में फर्स्ट रनर अप का खिताब अपने नाम कर नैनीताल शहर व प्रदेश का नाम रोशन किया है।

 जिस पर तान्या त्रिपाठी कांडपाल को लेक सिटी वेलफेयर क्लब की ओर से सम्मानित किया गया। 

यहां बता दें कि मूल रूप से नैनीताल निवासी तान्या त्रिपाठी कांडपाल बीते दो वर्षों से जर्मनी में रह रही है। 

इस दौरान तान्या ने मीडिया से रुबरु होते हुए  बताया ।

 23 अक्टूबर को दुबई में आयोजित हुई हॉट मॉड मिसेज इंडिया प्रतियोगिता में 26 देशों कि महिलाओं ने प्रतिभाग किया था।
 
जिसमें उन्होंने फर्स्ट रनर अप का खिताब हासिल किया हैं। 

उन्होंने बताया  इस प्रतियोगिता के लिए ऑनलाईन ऑडिशन हुए थे ।

 जिसमें करीब 24 से 25 हजार महिलाओं ने अपनी एंट्री भेजी थी। जिसमें उनका चयन हुआ। 


तान्या ने बताया कि उनके जीवन का उद्देश्य समाज के हित में कार्य करना, महिला सशक्तिकरण व बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है। 

तान्या ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने पति व परिवार को दिया है।