अक्षिता की उपलब्धि ने किया बराड़ा का नाम रोशन - रिचा पाहवा

 अक्षिता की उपलब्धि ने किया बराड़ा का नाम रोशन - रिचा पाहवा


सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा बनीं अक्षिता

बराड़ा, (जयबीर राणा थंबड़)। डा. अक्षिता गुप्ता द्वारा संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर आईएएस बनने पर आज बराड़ा नगरपालिका चेयरपर्सन रिचा पाहवा ने  उन्हें बधाई दी और उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए गर्व की बात है कि डा. अक्षिता गुप्ता की आईएएस बनकर जो उपलब्धि हासिल की है उससे  बराड़ा का नाम रोशन हुआ है, वहीं अक्षिता की लग्न और मेहनत अन्य लड़कियों के लिए भी प्रेरणा बनीं है। उन्होंने कहा कि आज अक्षिता के साथ-साथ उन‌ सभी लोगों की मेहनत भी सफल हुई जो अक्षिता के संघर्ष के साथी रहे। उन्होंने अक्षिता की कामयाबी पर सभी परिजनों को भी बधाई दी। नपा चेयरपर्सन रिचा पाहवा के अपने निवास पर पहुंचने पर गुप्ता परिवार ने उनका स्वागत किया। अक्षिता गुप्ता ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय उनके माता-पिता व गुरुजनों को दिया जिनकी प्रेरणा से वह इस उपलब्धि को प्राप्त कर सकी। इस अवसर पर बराड़ा भाजपा मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं युवा समाजसेवी हन्नी पाहवा भी मौजूद रहे। उन्होंने अक्षिता को आईएएस बनने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अक्षिता की उपलब्धि पर सारा बराड़ा स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। यहां की सभी सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, व्यापारिक संस्थाओं व बुद्धिजीवियों ने अक्षिता की उपलब्धि को अपनी पारिवारिक उन्नति मानकर अपनी शुभेच्छाएं प्रेषित की हैं।

यह जानकारी हन्नी पाहवा ने अपने व्यवसायिक संस्थान पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि डॉ अक्षिता गुप्ता की कामयाबी क्षेत्र के युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा दाई रहेगी। उनमें एक नई आशा व ऊर्जा का संचार करेंगी जिससे वे भी अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमेशा प्रेरित रहेंगे।

ज्ञात रहे कि बराड़ा के वरिष्ठ नागरिक एवं रिटायर्ड खंड शिक्षा अधिकारी राम चन्द्र गुप्ता की पोती व डा. पवन गुप्ता (प्रिंसिपल) की सुपुत्री डा. अक्षिता गुप्ता ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी 2020 में 69वां रैंक प्राप्त किया। यह उनकी इस उपलब्धि पर पूरा बराड़ा क्षेत्र गर्व महसूस कर रहा है। इससे पहले अक्षिता एमबीबीएस की शिक्षा प्राप्त कर डाक्टर की उपाधि भी हासिल कर चुकी है। नगरपालिका चेयरपर्सन रिचा पाहवा ने उनके निवास पर पहुंचकर उन्हें गुलदस्ता वह स्मृति चिन्ह  देकर सम्मानित किया।