घरों से गीला सूखा कचरा अलग देना होगा,
घरों से गीला सूखा कचरा अलग देना होगा, 

स्कैनीफाई बारकोड और घंटागाडी एप के जरिये नगर पालिका करेगी मॉनीटरिंग।

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील

नगर पालिका परिषद सारनी घरों से निकलने वाले कचरे को गीला व सूखा अलग अलग करके ही लेगी। इसके लिए स्वच्छता विभाग ने नगर के तकरीबन 12 हजार घरों में स्कैनीफाई बारकोड लगाए हैं। एक बार स्कैनिंग से पता चल जाएगा कि किस घर से कचरा गीला-सूखा अलग या मिक्स दिया गया है। स्कैनीफाई बारकोड व इसे संचालित करने वाले घंटा गाडी एप की ट्रेनिंग के लिए नगर पालिका में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । 
नगर पालिका परिषद के स्वच्छता अधिकारी केके भावसार ने बताया मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीके मेश्राम के निर्देशन में पहले चरण में 5 हजार एवं दूसरे चरण में हजार घरों में स्कैनीफाई बारकोड लगाए गए । केंद्र सरकार के निर्देश पर अब घरों से ही गीला व सूखा कचरा अलग - अलग देना अनिवार्य किया गया है। कचरा वाहन टीपरों के चालकों को घरों से कचरा लेते समय इन्हें मोबाइल में इंस्टॉल घंटा गाडी एप से स्कैन करना होगा । इसमें उसी समय पर नपा को पता चल जाएगा कि संबंधित घर वालों ने कचरा किस प्रणाली में दिया है। गीला और सूखा कचरा अलग - अलग नहीं दिया गया है तो संबधित को मैसेज के जरिये अलर्ट भेजा जाएगा । स्वच्छ भारत मिशन के तहत सारनी में कचरा संग्रहण की मॉनीटरिंग करने हेतु विकसित आईटी बेस्ड टेक्नोलोजी का प्रजेंटेशन व प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। इसमें सभी कचरा वाहन चालको, परिचालकों को बिग बी टेलीकॉम नागपुर से आए प्रोजेक्ट इंचार्ज रोडिक्स मोरिर्स, आवेस खान ने प्रशिक्षण दिया। अधिकारियों ने बताया कि पूरे सारनी नगर की जियो टैगिंग की जा चुकी है। यानी प्रत्येक घर को नक्शे पर ट्रेस किया जा सकेगा । कचरा वाहन चालक सुबह ड्यूटी शुरू करते समय घंटा गाड़ी एप में लॉग इन करेगा । इसके बाद उसकी लोकेशन कार्यालय के कंट्रोल रूम में ट्रेस की जा सकेगी । गंदगी करने वाले , मिक्स कचरा देने वालों की फोटो एप के जरिये खीचकर भी नपा के मॉनीटरिंग अधिकारी तक पहुंचाई जा सकेगी । कचरा गाड़ी की लोकेशन,  कचरा डालने की जानकारी, गीला - व सूखा कचरे को क्वांटिटी समेत अन्य जानकारी इससे तत्काल ऑनलाइन नपा के कंट्रोल रूम में फीड हो जाएगी । इस मौके पर राजेश वागदे, कलाचंद सिंदूर के अलावा नपा के वाहन चालक मौजूद थे।