नगरीय विकास मंत्री श्री सिंह के विशेष प्रयासों से मालथौन, बांदरी नगर परिषद् में निर्माण एवं विकास कार्यों हेतु 26.34 एकड़ वनभूमि मिली |
भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने दी सैद्धांतिक स्वीकृति |
सागर | |
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह के अथक प्रयासों से भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मालथौन नगर परिषद् क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 12.44 एकड़ और बांदरी नगर परिषद् क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 13.90 एकड़ वन भूमि उपलब्ध कराने हेतु सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। मालथौन और बांदरी नगर परिषद् क्षेत्र में समुचित जमीन नहीं होने के कारण अनेक निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है मालथौन और बांदरी नगर का वन भूमि से लगे रहना। इस समस्या के निदान हेतु मंत्री भूपेन्द्र सिंह सतत प्रयास करते रहे हैं। जब वे राज्य सरकार में गृहमंत्री थे, तब बांदरी में शासकीय महाविद्यालय का भवन बनाने के लिए पुलिस थाने की खाली पड़ी जमीन ट्रांसफर कराई थी। जिस पर पिछले दिनों कॉलेज भवन निर्माण का भूमिपूजन हो चुका है। मालथौन और बांदरी में विकास कार्य हेतु नगर परिषदों को वन भूमि ट्रांसफर कराने के लिए मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दिल्ली जाकर केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के समक्ष प्रस्ताव पेश किए। जिसके फलस्वरूप उक्त मंत्रालय ने मालथौन नगर परिषद को 12.44 एकड़ तथा बांदरी नगर परिषद् के लिए 13.90 एकड़ वनभूमि हस्तांतरित करने हेतु सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। तद्नुसार मालथौन नगर परिषद क्षेत्र में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं ओव्हर हैड टेंक निर्माण, सामुदायिक पार्क निर्माण, सोलर पैनल निर्माण, निर्मल मालथौन योजनांतर्गत सब स्टेशन निर्माण, सीएमओ और सब इंजीनियर क्वाटर निर्माण हेतु एवं बांदरी में सामुदायिक इंडोर स्टेडियम, मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास अंतर्गत खेल मैदान निर्माण, मुक्तिधाम निर्माण, वाटर सप्लाई, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, मुख्यमंत्री अधोसरंचना विकास अंतर्गत सामूदायिक पार्क निर्माण हेतु वन भूमि दिये जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति मिली है। |