*पाक नागरिक अटारी बॉर्डर के लिए रवाना, बाड़मेर किशोर केन्द्र से पाक नागरिक भागचंद अपने वतन वापसी के लिए रवाना हो गया*
*28 अगस्त को अटारी बॉर्डर से जाएगा अपने वतन*
बाड़मेर से वागाराम बोस की रिपोर्ट
*बाड़मेर।* बाड़मेर के किशोर सम्प्रेषण केन्द्र में रहने वाला पाक नागरिक भागचंद अटारी बॉर्डर के लिए रवाना हो गया। दो साल भारत में रहने के बाद बुधवार देर शाम को पाक नागरिक भागचंद को किशोर सम्प्रेषण केन्द्र से पुलिस गार्ड रोड से अटारी बॉर्डर के लिए रवाना हो गए। भागचंद 28 अगस्त को अटारी बॉर्डर से अपने वतन पाकिस्तान जाएगा। भागचंद कोली को अपने वतन जाने की खुशी है तो दो साल भारत में बिताने के बाद यहां से जाने का दुख भी है।
दरअसल, 9 सितंबर 2019 को भारत-पाक बॉर्डर के मुनाबाव के पास तारबंदी क्रॉस करके आए पाक नागरिक भागचंद को बीएसएफ ने पकड़ा था। पाक नागरिक के पास पाकिस्तानी करेंसी मिली थी। करेंसी पर मोबाइल नंबर भी लिखे थे। इसके बाद पाक नागरिक से विभिन्न एजेन्सियों ने इससे पूछताछ की।
जिस समय भागचंद भारत आया था तब वह नाबालिग था। पाक नागरिक से पूछताछ में नाबालिग होने व उसके भारत में घुसने के पीछे कोई कारण नहीं होने से उसे किशोर न्याय बोर्ड ने दोषमुक्त कर दिया। सहायक निदेशक, बाल कल्याण समिति अश्वनी शर्मा ने बताया कि पाक नागरिक भागचंद जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के समक्ष पेश किया गया था तथा उसके खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
*भागचंद घुलमिल हो गया था*
शर्मा के मुताबिक भागचंद यहां घुलमिल गया है और उसका व्यवहार भी अच्छा है। भागचंद को जब पता लगा कि पाकिस्तानी वापसी कर रहा हूं तब वह भावुक हो गया था। अपने वतन जाने की खुशी है तो उसे भारत छोड़ने का दुख भी है। भागचंद ने बताया कि वे तीन भाई और एक बहन हैं उनके साथ अमरकोट में रहता था।
*गेमराराम की भी हो रिहाई*
5 नवंबर 2020 को बाड़मेर जिले के कुम्हारों का टीबा निवासी गेमराराम मेघवाल रात के समय तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान चला गया था। इसके बाद उसे वहां की जेल में डाल दिया। 10 माह बीत जाने के बाद भी गेमराराम के परिवार सहित जनप्रतिनिधि उसकी वतन वापसी की मांग कर रहे हैं, लेकिन गेमराराम की रिहाई नहीं हुई है। अब परिजनों की मांग है कि भारत सरकार ने बड़ा दिल दिखाते हुए पाक नागरिक भागचंद को रिहा किया है तो गेमराराम के लिए पाक भी बड़ा दिल दिखाए।
*दो पाक नागरिक जाएंगे अपने वतन*
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान सरकार और मध्य प्रदेश सरकार के एडिशनल चीफ सैकेट्ररी गृह मंत्रालय को पत्र लिखा। पत्र में 28 अगस्त को बाड़मेर के किशोर सम्प्रेषण गृह में रह रहे भागचंद पुत्र लक्ष्मण कोली और ग्वालिर जेल में बंद अब्बास अली खान उर्फ मजीद पुत्र नजीर खान को अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान भेजकर रिहा किया जाएगा।