नपा परिसर का पार्क बना मवेशियों की चारागाह समाजिक संस्थाओं द्वारा पार्क के जीर्णोद्धार की माँग।
नपा परिसर का  पार्क बना मवेशियों की चारागाह 
समाजिक संस्थाओं द्वारा पार्क के  जीर्णोद्धार की माँग।

बराड़ा, 3 अगस्त(जयबीर राणा थंबड़)

             कस्बा के नपा कार्यालय परिसर में एक विशाल उद्यान होने के बावजूद पिछले कई वर्षों से आमजन विशेषकर वरिष्ठ नागरिक सड़क किनारे, एकांत स्थान, रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर सैर करने व समय काटने को मजबूर हैं । वर्ष 2008 मैं तत्कालीन एसडीएम अश्विनी मेंगी के प्रयत्नों से लगभग 14 लाख रुपए खर्च कर वर्तमान नगर पालिका कार्यालय में एक हर्बल पार्क का निर्माण करवाया गया था। जिसमें तुलसी आंवला बेलपत्र अर्जुन सहित अनेकों औषधीय एवं उपयोगी वृक्ष लगाए गए थे परंतु देखरेख के अभाव के चलते आज यह हर्बल पार्क एक जंगल में तब्दील हो चुका है । लाखों रुपए खर्च कर जनता के घूमने के लिए बनाए गए पार्क मे विषैले जीव- जंतु घूमते दिखाई पड़ते हैं । जिससे अब यह उद्यान मनमोहक दृश्य के स्थान पर एक विभक्त दृश्य प्रस्तुत करता है
कस्बा बराड़ा की स्वच्छता एवं साफ-सफाई का दावा करने वाली नगरपालिका कार्यालय के प्रांगण में स्थित हर्बल पार्क गंदगी का शिकार है। क्योंकि हर्बल पार्क में रखरखाव न होने के कारण गंदगी के ढेर लगे हुए है जो नपा की सफाई की पोल खोल रहे हैं। उपमंडल स्तर के मुख्यालय होने के बावजूद पार्क उपलब्ध न होने के कारण लोगों को फिटनेस तथा सुविधा की बजाय गंदगी का सामना कर सैर के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है  । गौरतलब है कि कस्बा बराड़ा  की आबादी लगभग 50 हज़ार है। मगर कस्बा में एक भी सार्वजनिक पार्क न होने के चलते कस्बा वासियों को सड़क किनारे, रेलवे स्टेशन एवं काटी गई कॉलोनियों में ही घूम कर संतोष करना पड़ता है। कस्बा के वरिष्ठ नागरिक मदन पाल ,ओमप्रकाश, वजीर चंद ,अशोक कुमार ,गोपीचंद ,संतोष कुमार  इंद्रजीत व विशाल सहित अन्य का कहना है कि समय बिताने व से सैर के लिए कोई जगह नहीं है। मजबूरन उन्हें सड़क किनारे सैर करनी पड़ती है, जिससे कभी भी कोई हादसा घट सकता है। क्योंकि कस्बा के सभी मार्ग व्यस्त हैं और हैवी वाहनों की आवाजाही से हादसे का डर बना रहता है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व सैर करते एक अधेड़ व्यक्ति को एक बेलगाम वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया था। जिस कारण उसकी मृत्यु हो गई थी । इसी प्रकार पिछले वर्ष सैर के दौरान एक महिला को एक तेज गति वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसकी बाजू टूट गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गई। कस्बा की महिलाएं तो प्रशासन को कोसती थकती ही नहीं है क्योंकि वह घूमने के लिए आखिर जाएं कहां ? क्योंकि सड़क किनारे, रेलवे स्टेशन या फिर एकांत स्थान पर घूमने से उन्हें अच्छी नजर से नहीं देखा जाता।  लेकिन पार्क न होने की वजह से महिलाएं सब कुछ झेलने को मजबूर हैं। बराड़ा वासी सार्वजनिक पार्क बनाने की मांग काफी समय से करते आ रहे हैं। मगर प्रशासन ने आज तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया न ही नपा प्रशासन द्वारा सर्वजनिक पार्क को स्थापित करने का प्रयास किया गया । कस्बा की सामाजिक संस्था प्रयास व जागरूक नागरिक मंच ने एसडीएम गिरीश कुमार चावला से वर्तमान नगर पालिका कार्यालय में बने हर्बल पार्क को सार्वजनिक पार्क बनाए जाने के साथ-साथ उक्त पार्क के जीर्णोद्धार करवाने की मांग की है।

वर्जन:-
       वर्ष 2008 में मनरेगा की स्कीम के तहत यह पार्क तैयार करके संबंधित विभाग को सौंप दिया गया था। इसके रख रखाव का दायित्व संबंधित विभाग का ही है:- सुशील शर्मा, वन परिक्षेत्र अधिकारी, साहा रेंज।




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