9 करोड़ 77 लाख मूल्य का गेहूं गुणवत्ताविहीन होने से जमा नहीं हुआ
9 करोड़ 77 लाख मूल्य का गेहूं गुणवत्ताविहीन होने से जमा नहीं हुआ  
 होशंगाबाद   (हिस) जिले के 244 खरीदी केंद्रो पर समर्थन मूल्य खरीदी की गाइडलाइन का प्रभावी ढंग से पालन न होने के कारण जहा 1192 किसानों 12 हजार क्विंटल गेहूं का आंशिक परिवहन न होने से उन्हे भुगतान नही हो सका वही पर 180 ट्रक गेहूं परिवहन के बाद गुणवत्ताविहीन बतलाकर गोदामों में जमा नही हो सका है जिससे 9 करोड़ 77 लाख रुपए का भुगतान भी किसानो को नही हो सका है। 
समर्थन मूल्य पर गेहु खरीदी में खरीदी केंद्र पर किसान के द्वारा अनाज तुलाई के पश्चात गेहु बेचने की रसीद मिलने के 7 दिनों में उनके खाते में भुगतान जमा कराये जाने का नियम है किन्तु  होशंगाबाद जिले के 75 किसानों द्वारा 11490 क्विंटल गेहु का 2 करोड़ 27 लाख रुपए का भुगतान इसलिए नही हो सका क्योकि उनके द्वारा बेचा गेहु समिति द्वारा बार बार परिवहन की मांग के बाद वह जमा नही हो सका जबकि 1192 किसानों द्वारा बेचा गया 12 हजार क्विंटल गेहु  सहित अन्य किसानों का 49480 क्विंटल गेहु जो 180 ट्रकों से परिवहन किया गया वह एफक्यू क्वालिटी का न होने से जमा नही किया गया ओर किसान अब तक 480 करोड़ रुपए के भुगतान से वंचित है । 
इन सबके बाबजूद जिला सहकारी बैंक से 247 किसानो सहित समितियों से 18830 किसानों द्वारा कर्ज लिया गया था जिसे जिला सहकारी बैंक के सीईओ आरके दुबे के दबाव के कारण तथा खरीदी करने वाली समितियों को लिमिट न देने के कारण उबारने के लिए किसानों द्वारा गेहु बेचने पर उक्त कर्ज की राशि की वसूली लिंकिंग द्वारा कर ली गई है। इसमे 34 किसानों से जिला बैंक की 1034801-00 रुपए की वसूली की गई वही 18830 किसानों से 63 करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है। 
     कलेक्टर श्री सिंह के मार्गदर्शन में जिले में खरीदी केंद्रों पर कोरोना नोडल अधिकारी तथा कोरोना वॉलिंटियर्स बनाएं गए है जो खरीदी केंद्रों पर कोरोना गाइडलाइन का प्रभावी ढंग से पालन करवाएं जाने के साथ ही किसानों को मास्क पहनने, सुरक्षित दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोने का संदेश दे रहे है बाबजूद जिले में 3 समिति प्रबन्धकों की कोरोना के कारण असमय मौत हो चुकी है।