पखवाड़े भर में दो से तीन गुना हुई ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग, कालाबाजारी भी
पखवाड़े भर में दो से तीन गुना हुई ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग, कालाबाजारी भी

कोरोना के कहर के बीच मरीजों को दवाई और ऑक्सीजन के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। साथ ही इनकी कालाबाजारी से लोग परेशान हैं। इन दिनों राजधानी सहित प्रदेश भर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके चलते बीते पखवाड़े भर में ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग भी दो से तीन गुना बढ़ गई है। बढ़ती मांग को देखते हुए पिछले दिनों प्रशासन ने चार नए प्लांटों को आक्सीजन की सप्लाई के लिए लाइसेंस भी दिया है।
बताया जा रहा है कि जितने भी कोरोना मरीज आ रहे हैं, उनमें से पचास फीसद से अधिक को ऑक्सीजन सिलिंडर की आवश्यकता पड़ रही है। राजधानी के साथ प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी इन दिनों लगातार ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग बढ़ते जा रही है। अस्पतालों व केयर सेंटरों के साथ ही घरों में आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के द्वारा भी इन दिनों ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग जबरदस्त हो गई है। ऑक्सीजन सिलिंडर सप्लायरों का भी कहना है कि राजधानी की बीत करें तो आपूर्ति हो जा रही है, लेकिन बाहर से आर्डर आता है तो उसके लिए उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। अस्पतालों या केयर सेंटरों में दो तरह के ऑक्सीजन सिलिंडर की सप्लाई हो रही है। छोटा सिलिंडर आठ से दस किलो और बड़ा सिलिंडर 25 से 30 किलो के बीच का होता है। सिलिंडर में आक्सीजन का प्रेशर 200 से 250 लीटर तक होता है तो यह सिलिंडर दो से ढाई घंटे चल सकता है। लेकिन ऑक्सीजन का प्रेशर 100 या 50 से कम हो तो यह मुश्किल से आधा घंटा ही चल पाएगा।