बिन त्याग के राजनीति में नैतिकता हो नहीं सकती अंतरराष्ट्रीय कवि चंद्रकांत अग्रवाल
बिन त्याग के राजनीति में नैतिकता हो नहीं सकती अंतरराष्ट्रीय कवि चंद्रकांत अग्रवाल
इटारसी अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक देवी हेमलता शास्त्री जी के मुखारविंद से इटारसी के वृंदावन गार्डन में श्रीमद् भागवत कथा हो रही है, मानव सेवा संस्थान एवं मातृशक्ति सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वधान में एवं जसवीर सिंह छाबड़ा परिवार के द्वारा शहर में यह आयोजन हो रहा है। इसी मौके पर कवि सम्मेलन वृंदावन गार्डन में रात्रि 8:30 बजे प्रारंभ हुआ जिसमें  मुख्य अतिथि माननीय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष  व विधायक डॉ सीताशरण शर्मा जी एवं देवी हेमलता शास्त्री जी उपस्थित रहे, एवं कवि गण श्रोता गण माताएं बहने उपस्थित रहे जिसमें डॉक्टर साहब ने कहां है। कि हमारे विद्वान मित्र चंद्रकांत अग्रवाल जी उपस्थित कवि कवियंत्री बहने काव्य रस के बीच में भाषण नहीं होना चाहिए मैं साहित्यकार नहीं हूं लेकिन साहित्य पढ़ता हूं मैं कविता रोज देखता हूं सुनता हूं यूट्यूब पर डॉक्टर साहब ने कहा किसी विद्वान ने कहा कि आप क्या पढ़ते हैं इसकी मुझे जानकारी हो जाए तो मैं बता सकता हूं आपका व्यक्तित्व कैसा है अनुमान लगा सकता हूं अब आप किस चीज के बारे  में पढ़ते हैं यह मुझे जानकारी हो जाए तो निश्चित रूप से बता सकता हूं आप कैसे व्यक्ति हैं, वास्तव में साहित्य समाज का दर्पण है आदरणीय चंद्रकांत अग्रवाल जी ने कहा साहित्य से मनुष्य का निर्माण होता है,  डॉक्टर साहब ने कहां की रामधारी सिंह दिनकर  ने एक बार कहा था आप सभी कवियों को पता होगा वह सांसद थे मनोनीत और सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे तभी पंडित जवाहरलाल नेहरू तत्कालीन प्रधानमंत्री का पैर थोड़ा सा सिलिप हुआ तो रामधारी सिंह दिनकर के कंधे पर हाथ रखा और उनसे माफी मांगी कि मैंने आपको तकलीफ दी दिनकर जी ने कहा जब जब राजनीति  लड़खडाती है तो साहित्य उसे सहारा देता है मैं कवियों को सादर नमन करता हूं मेरी कुछ मजबूरियां हैं जो मुझे जाना पड़ रहा है आने वाले समय में हम भी एक काव्य गोष्ठी आयोजित करेंगे जिसमें हम सब आपके साथ बैठेंगे।  अन्याय सहना कभी स्वाधीनता हो नहीं सकती। मनमोहन यादव इटारसी