सीमावर्ती गांव तामलोर में आगजनी और सीमा सुरक्षा बल का सराहनीय कार्य।
गिड़ा बाड़मेर से वागाराम मेधवाल की रिपोर्ट
बाड़मेर - सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी गांव तामलोर से गुजर रहे थे उसी समय दो बच्चे आग आग चिल्लाते और दौड़ते हुए आए। जैसे ही वे आग के करीब गए तो उन्होंने पाया कि आग बहुत भीषण था! आग एक मवेशी के शेड में लगी जो की गोरख सिंह के घर की बाड़ के साथ लगा हुआ था।
लोग अभी भी एक या दो ग्रामीणों के साथ आग को शांत कर रहे थे, आग पर रेत और पानी डालने की कोशिश कर रहे थे। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने खतरे को भांप कर अपनी जान की परवाह किये बगैर अपनी गाड़ियों से नीचे उतर कर घर के अंदर फंसे लोगों की तलाशी के लिए परिसर में प्रवेश कर गए। बाद में बाल्टियों को पकड़ा और ग्रामीणों के साथ आग पर पानी और रेत डालना शुरू कर दिया। समय पर कार्रवाई करते हुए आग को पड़ोसी परिसर में फैलने से रोक दिया गया। आग इतनी भीषण थी कि हवा के बहाव के साथ आग पुरे गांव में फेल सकती थी। बिजली की आपूर्ति लाइन काट दी गई क्योंकि आपूर्ति लाइन आग के ऊपर गुजर रही थी। इसके साथ ही नजदीक की सीमा चौकी को तुरंत सूचित किया गया और इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सीमा चौकी से समस्त जवान अग्निशमन उपकरणों के साथ आये और आग को बुजा दिया गया। आग इतनी भीषण थी की दुर्भाग्य से इस आगजनी की दुर्घटना में 9 बकरियों और एक बछड़े की मौत हो गयी क्योंकि वे अंदर बंधे हुए थे जिन्हें बचाया नही जा सका। आगजनी की यह दुर्घटना एक बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती थी लेकिन सीमा सुरक्षा बल द्वारा समय पर कार्रवाई के साथ एक बड़ा संकट टल गया। टेमलोर के सरपंच ने सीमा सुरक्षा बल की बहुत प्रशंसा की और आभार वयक्त किया।