नगर परिषद अम्बाला केंट ने अवैध निर्माण के चलते बिल्डिंग को किया सील
अम्बाला छावनी (जयबीर राणा थंबड़) छावनी के बीसी बाजार में आज सुबह बिल्डिंग सील करने आए नप टीम को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। नप टीम सुबह लगभग साढ़े 10 बजे बीसी बाजार पहुंची। यहां पर पिछले कई दिनों से एक बिल्डिंग के अवैध निर्माण को लेकर विवाद चल रहा था।
नप अधिकारियों का कहना था कि अदालत के आदेशों पर वह यहां कार्रवाई करने आए थे। आज नगर परिषद की टीम ने सबसे पहले दुकानों पर लगे तालों को तोड़ना शुरू किया। इस दौरान एसडीएम अम्बाला छावनी, नगर परिषद के एडमिनिस्टेटर, ईओ, नगर परिषद सचिव राजेश कुमार समेत भारी पुलिस बल भी तैनात था। परिषद कर्मी लगभग आधे घंटे तक तालों को तोड़ने में लगे रहे, लेकिन ताले न टूटते देख उन्होंने तालों को आरी के साथ कटवाने का फैसला लिया। ताला खोलने वाले को भी बुलवाया गया। ताले टूटते ही परिषद की टीम ने महिला पुलिस के साथ जब अंदर जाकर देखा तो वे हैरान रह गए। बिल्डिंग में परिवार के कुछ सदस्य मौजूद थे। जिन्हें भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बाहर निकाला गया। सदस्यों में छोटा बच्चा भी शामिल था जिसे एक बुजुर्ग अपनी गोद में उठाकर बिल्डिंग के बाहर लाया। परिषद सचिव का कहना था कि एक सदस्य की तबियत खराब है, वह ऊपर के कमरे में आराम कर रहा था। उसकी इस हालत को देखते हुए नगर परिषद कर्मियों ने सिविल अस्पताल में फोन कर एंबुलेंस को बुलाया, लेकिन अम्बाला छावनी के उक्त स्थान से मात्र आधा किलोमीटर दूर स्थित छावनी सिविल अस्पताल से एंबुलेंस को यहां आते हुए 40 मिनट लग गए। यह देखकर वहां मौजूद अधिकारी भी हैरान थे। दोपहर लगभग 1 बजे तक बिल्डिंग को सील करने की प्रक्रिया में अधिकारी जुटे हुए थे। परिषद के दर्जनों कर्मचारी व भारी पुलिस बल अम्बा काम्पलेक्स के ठीक सामने बिल्डिंग के नीचे खड़ा हुआ था। हाईकोर्ट ने 8 जनवरी को इस मामले की सुनवाई करनी है। इससे पहले नगर परिषद की टीम बिल्डिंग का एक माला तोड़ने के लिए पहुंची थी, लेकिन टीम के आते ही बिल्डिंग मालिक व परिवार की महिलाएं तीसरी मंजिल पर चढ़ गया और परिवार की महिलाएं फायर ब्रिग्रेड की गाड़ी के आगे बैठ गई थी जिसके बाद भवन मालिक ने नप टीम के समक्ष कई बार छत से कूदने की धमकी भी दी थी। थाना प्रभारी विजय कुमार समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। लगभग 6 बजे तक 4 जनवरी को यह कार्रवाई जारी रही थी, उसके बाद परिषद की टीम को बिना बिल्डिंग तोड़े वापस लौटना पड़ा था। आज परिषद अधिकारियों का कहना था कि हम पहले भी कई बार नोटिस दे चुके हैं। यहां तक कि बिल्डिंग मालिक को यह भी कहा गया था कि वह स्वयं ही अवैध अतिक्रमण हटा ले, लेकिन उसके बाद भी जब वह नहीं माना तो हमें आज बिल्डिंग सील करने के लिए आना पड़ा।
गत दिवस जब इस बिल्डिंग को सील करने के लिए नगर परिषद की टीम गई थी तो बिल्डिंग के मालिक ने अधिकारियों के समक्ष आत्महत्या के प्रयास की धमकी दी थी जिस पर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अपूर्व चौधरी की शिकायत पर राजेश कुमार व राकेश कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।