अतिक्रमण की होड़ में सिमट गया गुनौर, नगर पंचायत गुनौर के नक्शे से गुम हो गई शासकीय भूमि
सार्वजनिक जनहित से जुड़े कार्यों के लिए भी नहीं बची गुनौर में शासकीय जमीन
गोचर भूमि, स्मशान भूमि, धार्मिक स्थल भूमि ,यात्री प्रतीक्षालय भूमि ,सार्वजनिक जनहित भवन निर्माण भूमि, कॉलेज, स्कूल, आश्रम ,जैसी शासकीय सुविधाओं से युक्त भवनों के लिए भी नहीं बची गुनौर में शासकीय भूमि
यदि गुनौर में कुछ है तो बस सिर्फ चारों तरफ अवैध बेजा अतिक्रमण
तहसील मुख्यालय के गेट से लेकर रोड के दोनों तरफ अतिक्रमण की कहानी हो जाती है शुरू
उच्च स्तरीय जांच से होगी
भू राजस्व संहिता की कार गुजरियो का पर्दाफाश
गुनौर मुख्यालय सहित समूचे क्षेत्र में भू-माफिया गिरोह सक्रिय
प्रशासन को गुमराह कर चोहड्डियों का फेरबदल कर फर्जी रजिस्ट्रीयाँ करवाने का खेल चल रहा बरसों से
धनाड्य दबंग बाहुबलियों की सह पर चल रहा है स्थानीय प्रशासन नहीं हो रही गरीबों की कोई सुनवाई
ऐसे कई मामले न्यायालय में है विचाराधीन वर्षों से चल रहे गरीब परिवारों के केस
न्याय की आस में गरीब परिवार बरसों से तहसील के अंदर बैठे दलालों की दलाली की फीस दे देकर भूखे मरने की है कगार पर
स्थानीय प्रशासन बना मूकदर्शक
कुंभकरणीय नींद में मदमस्त
गुनौर में वन विभाग से लेकर भू राजस्व की बेशकीमती शासकीय भूमि पर सबसे ज्यादा धनाढ्य और कर्मचारी वर्गो का है कब्ज़ा
वास्तविक रुप से गरीब परिवारों की आड़ में शासकीय बेशकीमती भूमि पर सबसे ज्यादा कब्जा गुनौर में पूंजीपति धनाढ्य और कर्मचारी वर्ग का
जमीनी हकीकत की वास्तविक कहानी में वास्तव में आज भी गरीब मध्यम वर्गीय परिवार गरीब ही रहकर झेल रहे दबंग तानाशाही और प्रशासनिक स्तर की मार को
कौन लगाएगा गुनौर में आसमान की ऊंचाई छूती शासकीय बेशकीमती भूमि की खरीद-फरोख्त के धंधे पर लगाम
क्या पहले बरसों से बिकती चली आ रही शासकीय भूमि की बिक्री खरीद-फरोख्त को करने वाले लंबरदारोँ की प्रशासनिक स्तर पर होगी जांच और कार्यवाही यह तो वक्त का तकाजा ही बताएगा
स्थानीय प्रशासन उदासीनता के चलते पूरे क्षेत्र में सरकारी आराजी पर हो रहा अतिक्रमण
जिले के न्याय प्रिय कलेक्टर से पन्ना जिले के मुख्यालय गनौर जो वर्तमान नगर पंचायत के दर्जे से सुशोभित बावजूद अतिक्रमणकारियों ने सुंदरता पर लगाए ग्रहण की उच्चस्तरीय वास्तविक स्थिति की जांच करा कर शासकीय जमीन की सौदेबाजी करने वाले अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की अपेक्षा एवं
धार्मिक प्राचीन धरोहरों के स्थलों जो पर्यटक स्थलों के रूप में सुंदरता और विकास की आस लिये धीरे-धीरे नष्ट होकर खो रहे हैं अपने प्राचीनतम वजूद को जिम्मेदार महकमा नहीं दे रहे कोई ध्यान
मुख्यालय गुनौर विकास के नक्शे से कोसों दूर नवागत कलेक्टर कैसे ला पाएंगे पटरी में इस बेपटरी के गुनौर को
यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा की क्या होती है प्रशासनिक गतिविधियां
फिर हाल मुख्यालय गुनौर की वास्तविक कहानी वर्तमान में यही है।।
आंखें क्राइम पर न्यूज़पेपर
जिला ब्यूरो चीफ वेद प्रकाश तिवारी की खास रिपोर्ट