होशंगाबाद जिला मुख्यालय पर बने बस स्टैंड को आए दिनों यहां वहां ले जाने की खबरें अखबारों में प्रकाशित की जाती है उन अखबार के प्रतिनिधियों को यह लिखने में ना जाने कौन सा कष्ट होता है कि इतना बड़ा बस स्टैंड है जहां पर सभी बसें का स्टाफ आराम से किया जा सकता है रही बात संपर्क सूत्र वाली बसों की जो बस स्टैंड के समीप आती तो हैं पर बाहर के बाहर चली जाती हैं वैसे भी टैक्सी स्टैंड जो है जहां अब टैक्सिया एवं ऑटो खड़े आसानी से देखे जा सकते हैं उसके बाद इन बसों का वहां खड़ा होना एक बड़ी घटना होने की हमेशा संभावना बनी रहती है परिवहन विभाग को सख्त हिदायत देते हुए पूर्व परिवहन कार्यालय खाली में उक्त ऑपरेटरों का ऑफिस बनवाकर नगरपालिका को एक और आमदनी होगी वही सभी बसें एक ही स्थान से चलेगी तो यात्रियों को काफी सुविधा होगी पर होशंगाबाद जिला मुख्यालय पर यात्रियों की सुविधा के बारे में कोई नहीं सोचता ऑपरेटर अपने धंधे पर परिवहन विभाग अपने परमिट पर ध्यान देता है किसका परमिट कहां का है और कितने मिनट का है इस बिंदु पर आए दिनों आरटीओ कार्यालय में जद्दोजहद देखी जा सकती है पब्लिक के लिए नाही परिवहन विभाग ने अभी तक सोचा और ना ही जिला प्रशासन इस ओर सोच रहा है जिला प्रशासन सत्ता के सामने झूठी प्रशंसा करवाने के उद्देश्य दीनदयाल रसोई योजना की तैयारी पुराने आरटीओ कार्यालय में जोर शोर से करवाने में लगा हुआ है प्रशासन को यह समझ नहीं है की दीनदयाल योजना तो दो कमरों में भी चलाई जा सकती है सारी बसें खड़ी होगी तो सभी के व्यवसाय अच्छे चलेंगे और यात्रियों को एक ही स्थान से इंदौर नागपुर खंडवा भोपाल पचमढ़ी की यात्रा आराम से हो इस और जिला प्रशासन को सख्त कदम उठाते हुए जनहित में ध्यान देना होगा यह मांग शहर के गणमान्य नागरिकों द्वारा बार-बार की जा रही है पर जिला प्रशासन इसे अनदेखी करता नजर आ रहा है
आखिर कब जिला प्रशासन नागपुर और इंदौर जाने वाली बसों की व्यवस्था बस स्टैंड से सुचारू करेगा
आखिर कब जिला प्रशासन नागपुर और इंदौर जाने वाली बसों की व्यवस्था बस स्टैंड से सुचारू करेगा