छात्र व्यापारी किसान सभी है बिजली से परेशान।।
अघोषित विद्धुत कटौती से परेशान गुनौर अंचल के क्षेत्रवासी
गुनोर विद्धुत मण्डल के कर्मचारियों की मनमानी का आलम ये है कि वर्तमान में 12 से 15 घण्टे तक अघोषित तौर पर कटौती होती है।शायद सरकारी फरमान के चलते ही विद्धुत की अघोषित कटोती हो रही हो या फिर विद्युत विभाग के द्वारा ही कटौती की जा रही हो जनता की समझ से परे है किसान परेशान हैं, आम जन परेशान हैं। कैसा सुशासन है। विद्धुत विभाग के कर्मचारियों के हौसले सातवें आसमान पर है, मनमाने तौर पर बसूली और नियम विरुद्ध कटौती तो ठीक 24 घंटे घरेलू सप्लाई में कृषि कार्य हेतु कनेक्सन कर दिये गए हैं।
फिर कटोती की जाती हैं।
जिससे क्षेत्र की जनता बिजली अघोषित कटौती समस्या से व्याप्त है। अगर शीघ्र ही समस्या का निदान नही होता तो किसानों की फसलें बर्बाद हो जाएगी। गुन्नौर क्षेत्र के नजदीकी मजरा गांव में असली परी गुनौर आदि में पानी का वाटर लेवल काफी नीचे होने के कारण एकमात्र सिंचाई का विकल्प सिर्फ लाइट है जो अघोषित बिजली कटौती के कारण फसलों में किसानों को सिंचाई करने के लिए इस कड़ाके की ठंड में लाइट के इंतजार में खेतों में राते में बितानी पड़ रही वर्तमान में परिस्थितिया ये है कि पडेरी फीडर में लोग पीने के लिए पानी भरने को भी मोहताज रहते हैं। क्योंकि कटोती का न तो कोई समय निर्धारित है ना नियम मनमाने तौर पर अवैध कटौती की जाती है तथा लाईनमैन द्वारा बेचारे गरीब तबके के किसानों से मनमानी बसूली भी की जाती है।
विद्युत वितरण क्षेत्र के कनिष्ठ अभियंता अनिल कुमार उइके का क्षेत्र की जनता ने ध्यान आकृष्ट कराया है कि विभाग के द्वारा की जा रही लापरवाही यों को दृष्टिगत रखते हुए विद्युत व्यवस्था गुनौर विद्युत वितरण क्षेत्र की दुरुस्त की जाए।।
पन्ना से वेद प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट