बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री सुशील शर्मा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कर सारनी एवं चचाई में 660 मेगावाट की ईकाई को स्थापित करने की मांग की है। सारनी में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पहले दौरे में ही घोषणा की थी कि ईकाई 1 से 5 के डिस्मेंटल के बाद 660 मेगावाट क्षमता की सुपर क्रिटिकल ईकाई का निर्माण किया जाएगा। सुशील शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है की खंडवा से सस्ती बिजली का उत्पादन सारनी, चचाई ओर बिरसिंहपुर मे हो रहा है। चचाई एवं बिरसिंहपुर को एसईसीएल की कोयला खदान से कोयला उपलब्ध होता है। खदानों की दूरी भी कम है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी को पाथाखेडा एरिया एवं पेंच कन्हान से कोयला मिलता है। संभवतः कोयला सस्ता मिलेगा तो बिजली भी सस्ती मिलेगी। महामंत्री सुशील शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि 660 - 660 मेगावाट ईकाई सारनी और चचाई में स्थापित करने के लिए प्रशासकीय स्वीकृति दे। विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय महामंत्री अंबादास सूने ने बताया कि संगठन विगत 3 वर्षों से लगातार समय समय पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी एवं चचाई में 660 मेगावाट की ईकाई की स्थापना के लिए पत्र लिख रहा है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी एवं चचाई में कंपनी के पास मूलभूत सुविधाएँ पहले से ही उपलब्ध है। जिससे इकाईयों की स्थापना करने मे लागत खर्च कमी होगी। नये ताप विद्युत गृहों के निर्माण से मध्य प्रदेश पावर जनरेटिग कंपनी लिमिटेड का भविष्य सुरक्षित होगा। महामंत्री के पत्र को विधायक डाँक्टर योगेश पंडाग्रे को सौंपा गया। इस मौके पर संतोष प्रजापति, जितेन्द्र वर्मा, सतीश कुमार, संदीप आरसे, राजकुमार श्रीवास्तव, अंबादास सूने, निर्मल प्रजापति एवं यूनियन के अनेक सदस्य उपस्थित थे।