बसताड़ा टोल पर गांव सौकड़ा के 4 किसानों ने की भूख हड़ताल
किसान एकता सौकड़ा की ओर से बसताड़ा टोल पर किसानों को दी जा रही लंगर की सेवा
करनाल, 7 जनवरी( संजय भाटिया) किसान एकता सौकड़ा की ओर से केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसानों का आंदोलन करीब 45 दिनों से जारी है। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान धरना देकर डटे हुए है। वहीं बसताड़ा टोल प्लाजा पर भी सैकड़ों किसानों ने धरना प्रदर्शन जारी रखा हुआ है। किसान एकता सौकड़ा भी इस काम में सबसे आगे दिखाई दी रही है। गांव सौकड़ा के 4 किसान व एक अन्य किसान भी भूख हड़ताल पर चले गए है। किसान स. पूर्ण सिंह सौकड़ा, गुरनाम सिंह सौकड़ा, कुलविन्द्र सिंह सौकड़ा, अग्रेज सिंह सौकड़ा सहित सुरेन्द्र बड़ौदा भी बसताड़ा टोल पर भूख हड़ताल पर बैठे है। वहीं किसान एकता सौकड़ा की ओर से धरने पर डटे किसानों के लिए लंगर की भी व्यवस्था की जा रही है। भूख हड़ताल पर बैठे किसान स. पूर्ण सिंह सौकड़ा, गुरनाम सिंह सौकड़ा, कुलविन्द्र सिंह सौकड़ा, अग्रेज सिंह सौकड़ा ने बताया कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेती तो तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 6 जनवरी को भी करनाल में ट्रैक्टर-ट्राली मार्च निकाला गया था, जिसमें गांव सौकड़ा से करीब 50 टै्रक्टर-ट्रालियों ने भाग लिया था। इसके अलावा किसानों ने रणनीति बनाई और 8 जनवरी को होने वाली मीटिंग के बारे विचार किया। उन्होंने बताया कि 8 जनवरी को घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण के कुटेल स्थित आवास का घेराव होगा। इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का 10 जनवरी को गांव कैमला में एक कार्यक्रम है, जिसका पूरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम जिले के किसान जिले में नहीं होने देंगे। इस मौके पर किसान यूनियन जिलाध्यक्ष अजय राणा, नवजोत सिंह संधू, चहल, नरवैर संधू, करण निसिंग, अमृतपाल निसिंग, अंतरप्रीत सौकड़ा, हरपेज सिंह सौकड़ा सहित अन्य किसान मौजूद रहे।