गणतंत्र दिवस बुधवार को मानपुरा खारड़ा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
*गणतंत्र दिवस बुधवार को मानपुरा खारड़ा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।*

 *मानपुरा खारड़ा सरपंच खम्मा देवी की अध्यक्षता में ध्वजारोहण किया गया।*

 परेऊ बाड़मेर  से वागाराम बोस की रिपोर्ट 

 परेऊ@ बाड़मेर आज बुधवार को पंचायत समिति गिड़ा के मानपुरा खारड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर 73वे गणतंत्रता दिवस पर गणतन्त्र दिवस का ग्राम पंचायत स्तरीय समारोह खम्मा देवी थोरी की अध्यक्षता में  वार्ड पंचो वह ग्रामीणों द्वारा बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सरपंच खम्मा देवी के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। 
इस अवसर पर मानपुरा खारड़ा सरपंच खम्मा देवी थोरी ने 73 वे गणतन्त्र दिवस पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी।
सरपंच खम्मा देवी थोरी ने ग्राम पंचायत मानपुरा खारड़ा में विकास कार्यों में जानबूझकर कार्यों को रोकना एवं प्रधानमंत्री आवास वह नरेगा कार्य वह रोड पानी बिजली संबंधित कार्यों में जानबूझकर कार्यों में बाधा डालने एवं रोकने सहित आमजन की समस्याओं का वर्तमान सरकार से पंचायत समिति से लेकर जिले के जन प्रतिनिधियों पर आरोप लगाया।
 साथ ही बताया कि ग्राम पंचायत मानपुरा खारड़ा की जनता के लिए सेंटर में नजदिक ग्राम पंचायत बने लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ की खातिर आमजन के हितों को ध्यान में नहीं रखते हुए अपने स्वार्थ के खातिर राजनीति रोटियां सेकते हुए दूसरी जगह ग्राम पंचायत बनाना चाहते हैं जिससे मानपुरा खारडा के वार्ड पंचों व सरपंच सहित ग्रामीण जनता को आपत्ति है तथा दूरी भी ज्यादा है जिससे बड़े बुजुर्गों व आमजन को परेशानी होगी। समाजसेवी जबर सिंह सोहड राजपूत ने मीडिया को बताया कि वर्तमान में नेता लोग गरीबों के विकास के कार्यों में बाधा डाल रहे हैं तथा जानबूझकर ग्राम पंचायत भी दूसरी जगह बनाना चाहते हैं जो मानपुरा खारड़ा के ग्रामीणों को आपत्ति है तथा विकास के कार्यों में हमारी ग्राम पंचायत के कार्यों मे जानबूझकर रुकावट पैदा की जा रही है तथा सरकारी कार्यों को रोका जा रहा है। 
जानबूझकर ग्राम पंचायत के कार्यों को स्वीकृति नहीं दी जा रही। जिससे ग्राम पंचायत में विकास के कार्य नहीं हो रहे है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश है। सरपंच प्रतिनिधि जालाराम थोरी, वार्ड पंच कमला देवी राव, वार्ड पंच ईश्वर सिंह, वार्ड पंच अनाराम गोदारा, गिरधारी राम साईं, जबर सिंह सोहडा राजपुत, शैतान सिंह, शंकरा राम दर्जी, नैना राम भील वगताराम घाट, रेवत राम प्रजापत, बाबूराम मेघवाल, भोलाराम दर्जी, अखाराम दर्जी, रुपाराम लेगा, पाबू राम भील, हुकमाराम कड़वासरा, राजूराम राव सहित ग्रामीण मौजूद रहे।