राजा परिक्षत नगरी पाढम पर हुआ मेले का आयोजन
राजा परिक्षत नगरी पाढम पर हुआ मेले का आयोजन


जसराना क्षेत्र के राजा परिक्षत की नगरी पाढम पर। नवदुर्गा महोत्सव नवमी को हर साल मेले का आयोजन हुआ करता था 2 साल बाद कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए माताटीला कमेटी ने  मंदिर एवं राजा परीक्षित कूप पर। खाली पड़ी जगह पर दुकानदारों ने दुकानें लगाना शुरू कर दी कोरोना काल की महामारी के चलते क्षेत्रीय मेलों का आयोजन नहीं हो सका था जिससे मेले में छोटी-छोटी दुकानें चलाने वाले संचालक 2 सालों से काफी मुसीबतों का सामना कर रहे थे रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे थे मेले का आयोजन देख उन्होंने अपनी दुकानें सजाना शुरू कर दी जब दुकानदार से बात हुई तो बताया 2 साल से क्षेत्र में कहीं भी मेले का आयोजन नहीं हुआ है आज माताटीला धाम पर मेले में दुकान लगाने पर जो खुशी हो रही है उस खुशी में कुछ परिवारों के सही से चूल्हे जलने लगेंगे हमारा रोजगार का यही साधन है मेलों में दुकानें लगाना कोरोना काल से हम लोग बेरोजगार रहे हैं परिवार कैसे चलाया है यह तो माता रानी की कृपा है मेले में दुकानें लगाकर हमें खुशी मिली है दुकानदारी बहुत कम है इसलिए बच्चों के खेल खिलौने अधिक लेकर आए हैं जिससे अच्छी बिक्री हो और बच्चे भी खिलौने से खेलते रहे  मिट्टी के बर्तनों के लिए मशहूर रहा है यह मेला 8 दिन बाद कुंड के नाम से लगने वाला मेला संपूर्ण रूप से मिट्टी के बर्तनों की बिक्री हुआ करती है कुंड पर लगने वाला मेला लगभग 400 साल पुराना है जिसे नाग जन्मेजय यज्ञ कुंड भी कहते हैं
रिपोर्ट कैलाश राजपूत