कृषि कानूनों के विरोध में शांति पुर्ण रहा आज का भारत बंद, सभी देशवासियों का मिला पूरा सहयोग : अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान
कृषि कानूनों के विरोध में शांति पुर्ण रहा आज का भारत बंद, सभी देशवासियों का मिला पूरा सहयोग : अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान

-भारत बंद के दौरान खाने -पीने की व्यवस्था भी सुचारू रूप से जारी रही

-नहीं रोके गए एंबुलेंस व इमरजेंसी वाहन

हरियाणा/रोहतक(जयबीर राणा थंबड़)। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 10 महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद को सफल बनाने के लिए पुरा जोर लगा दिया और संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में आज बंद को सफल बनाने में सड़कों पर उतर आए। इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन अमावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने सबसे पहले दिल्ली रोड पर खरावड के पास पहुंचकर किसानों का होसला बढ़ाया।  इस दोरान उन्होंने एंबुलेंस, अमरजेंसी वाहन  विद्यार्थी, महिलाओं व बुजुर्गों को जाम से निकलवाया। भाकियू नेता बल्लू प्रधान ने जाम में फंसे वाहन चालकों व अन्य लोगों के लिए भंडारा लगा कर खाने व पानी की व्यवस्था भी की। उन्होंने बताया कि किसानो का भारत बंद आज शाम 4 बजे तक सफल रहा। इसके बाद उन्होंने डीघल टोल प्लाजा, मकडौली टोल के पास, हिसार रोड व भिवानी रोड पर किसानों द्वारा लगाए गए जाम से बंद को सफल बनाने के लिए किसान और मजदूर भाइयों का हौसला बढ़ाया। इस मौके पर बल्लू प्रधान ने कहा कि जब तक सरकार इन तीनों कृषि कानून को रद्द नहीं करेगी और सभी फसलों पर एमएसपी रेट तय नहीं करेगी। किसानों का आंदोलन यूं ही शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहेगा। इस मौके पर उनके साथ जसवंत, कदम सिंह, मुकेश, गुरु, रमेश, अजीत, बिजेंदर, महावीर, जय सिंह, हवा सिंह, देवेंद्र, ओमप्रकाश, सोनू, बलजीत, सुलोचना हुड्डा, सिकंदर, संदीप, जसवीर, अमित, शहंशाह व कुलदीप सहित अनेकों किसान व मजदूर भाई मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने आज खरावड़ में लगातार चल रहे भंडारे में सहयोग राशि भी भेंट की। अनिल नांदल ने कहा कि आज का बंद किसी को भी परेशान करने के लिए नहीं बल्कि तिजोरी में बंद हो रही रोटी को बचाने के लिए किया गया था और इसमें सभी वर्गों का पूर्ण सहयोग मिला। सरकार को समझ लेना चाहिए कि अगर जल्द ही इन कानूनों को रद्द नहीं किया, तो देश का हर वर्ग सड़कों पर आकर सरकार के साथ ईट से ईट बजाने को मजबूर होगा। भारत बंद के दौरान किसी भी एंबुलेंस व बुजुर्गों को नहीं रोका गया। इसके साथ साथ पेपर देने वाले विद्यार्थियों को भी नहीं रोका गया। क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा का किसी को परेशान करने का मकसद नहीं था। सिर्फ इस गूंगी बहरी सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आज का भारत बंद रखा गया था, जो सभी के सहयोग से पूर्ण सफल रहा।