राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन बना व्यापारियों की आवाज बढ़ रहा है एकता के साथ आगे
*राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन बना व्यापारियों की आवाज बढ़ रहा है एकता के साथ आगे:–... गुलशन डंग* 
हरियाणा
चंडीगढ़/अम्बाला 28 जून (जयबीर राणा थंबड़)
कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में खुदरा व्यापारी व लघु एवं मझले उद्योग-धंधों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन उनकी आवाज उठाने वाला एकमात्र संगठन है। 

देश और प्रदेश में अनेक संगठन स्वयंभू अध्यक्ष बनकर व्यापारियों एवं लघु उद्योगों के नाम पर बेमानी दुकान चला रहे हैं। ये बात आज राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग  ने भिवानी मे इकाई की जिलास्तरीय बैठक में कार्यकारिणी का विस्तार समारोह में अपने उद्बोधन में कही। 

 ने प्रेम धमीजा की नई टीम को बधाई देते हुए कहा कि खुदरा व्यापारी ई-व्यापार से प्रभावित है, वहीं दूसरी ओर लघु उद्योग  सरकार की बिजली व अन्य नीतियों से की वजह से परेशान है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को सरकार के पटल पर रखकर समाधान करवाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन सरकार से उद्योगों, दुकानदारों व खुदरा व्यापारियों के लिए बड़े आर्थिक पैकेज की मांग करता है।

डंग ने  ने कहा कि व्यापारी वर्ग आज संकट के दौर से गुजर रहा है और इसी बीच कोविड की तीसरी लहर की चेतावनी ने उनकी चिंताऐं ओर अधिक बढ़ा दी है। 

*समारोह में प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने कहा कि ये विडम्बना की बात है कि हमेशा नि:स्वार्थ भाव से सरकारी खजाने को भरने के साथ-साथ किसी भी विपदा के समय दिल खोल कर देश की सेवा करने वाले व्यापारियों की जरूरत के समय सरकार ने उन्हें बिल्कुल अनदेखा कर दिया है।*

श्री डंग ने कहा कि कोविड-19 के चलते देश दो-दो लॉकडाउन झेल चुका है और अब वैज्ञानिकों ने कोविड के नए वैरिएंट के प्रति चेताते हुए अगले दो माह में तीसरी लहर की चेतावनी जारी कर दी है। जिस कारण व्यापारी वर्ग की चिंताएं बढ़ती जा रही है। ऐसे समय में उनकी उम्मीदें केवल प्रदेश सरकार पर ही टिकी हुई है। इसलिए सरकार का कर्तव्य है कि व्यापार और उद्योग जगत को एक बड़ा आर्थिक पैकेज दिया जाए। व्यापारी नेता ने कहा कि कोविड की लहर बीत जाने के बावजूद सरकार ने अभी तक उनकी कोई मदद नहीं की है। 

कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज महता ने कहा कि खुदरा व्यापारियों के साथ-साथ छोटे दुकानदारों को कोविड बंद के दौरान पुंजी समाप्त हो गई है, जिसकी वजह से उन्हेंं व्यापार करने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भिवानी में ये संगठन एक सशक्त मंच प्रदान करेंगा। जिसमें व्यापारी वर्ग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अपनी बात को बेफिक्र्र  रख सकेगा। देवराज महता ने कहा कि सरकार की नीतियों की वजह से आज छोटे दुकानदार आर्थिक रूप से कमजोर होकर बेरोजगार हो गए है। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री मंत्र उच्चारण के साथ दीप प्रज्जलित कर किया गया। 
ये बनी कार्यकारिणी-
बैठक में जिलाध्यक्ष प्रेम धमीजा ने अपनी कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए घोषणा की कि पूर्ण चंद आजाद को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, गिरधारी लाल को मुख्य संरक्षक, शैलेन्द्र जैन शालू, गुलशन भंभानी, अतुल रोहिल्ला, आशीष अंचल को उपाध्यक्ष, हरिश ठुकराल को महासचिव, दीपक जांगड़ा को कोषाध्यक्ष, संजीव कौशिक को प्रचार सचिव एवं मीडिया प्रभारी, गुलशन ग्रोवर, बाल किशन मैदावाला एवं रवि शर्मा को सहसचिव, अमन गुप्ता, हरिश हालुवासिया व अमित महता को संगठन सचिव, राजेश बेरीवाल, नरेन्द्र तंवर, भीम मुंजाल, नवीन धमीजा, सुरेश कागजी, विवेक कोकड़ा, प्रदीप आलमपुरिया, जोगेन्द्र पानू, बजरंग बहलिया को कार्यकारिणी सदस्यों की जिम्मेदारी देते हुए उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपे गए। 
बॉक्स-1
प्रचार सचिव संजीव कौशिक ने कहा कि कोविड माहमारी के दौरान जो छोटे दुकानदार मंदी की वजह से आर्थिक तंगी में है वहीं दूसरी और संपति पहचान पत्र के नाम पर दुकानदारों से 600 रूपए प्रति गज के हिसाब से विकास शुल्क वसूल रही है। वहीं दूसरी और पिछला 13 साल का संपति कर 30 रूपए प्रति गज के नाम पर फायर टैक्स की वसूली की जा रही है। जो दुकानदारों के साथ अन्याय है। 
बॉक्स-2
उपाध्यक्ष शैलेन्द्र जैन ने बताया कि लघु उद्योगों पर फिक्स बिजली चार्ज एवं सिवरेज चार्ज के नाम पर कोविड काल में वसूली की जाना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की लघु उद्योगों के लिए की गई घोषणा केवल कागजों तक सीमित रह गई है। उसका सीधा कोई असर उद्योगों तक नहीं पहुंचा है। 
कार्यक्रम में प्रदेश प्रवक्ता साहिल मग्गू, हांसी के नवनियुक्त अध्यक्ष योगेश मुंजाल, बंटी कत्याल, रिंकू सैणी, संजय वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता रामअवतार तायल, पवन कुमार लवली, कलानौर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राकेश बत्रा, , अनिल काठपालिया सहित शहर के अन्य गणमान्य व्यापारी एवं उद्योगपति मौजूद थे।