होश्ंागाबाद:- (योगेश ंिसह राजपूत ) आज प्रदेश शासन ने हर करीब व्यक्ति के लिए आवास और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए आयुष्मान योजना चला रही है। वही दूसरी और प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मिलकर अलग-अलग अस्पतालों का निरीक्षण समय समय पर किया जाये । निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में भर्ती मरीजों से सम्पूर्ण जानकारी ली गई। ऐसे मरीज जिनके पास आयुष्मान कार्ड है, उन्हें निशुल्क इलाज मिल रहा है अथवा नहीं, इसकी जानकारी जुटाई जावे । एडीएम, एसडीएम , जिला पंचायत सीईओ एवं महिला बाल विकास अधिकारी व अन्य सरकारी अघिकारीयो के नेतृत्व में टीमों को अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जाना चाहिए ।
इन अस्पताल में दल बल के पहुंचे। जहां पर आयुष्मान कार्डधारियों को इलाज देने के लिए बैनर पोस्टर लगे अथवा नहीं इसे देखा जाये । जो मरीज भर्ती हैं, उनके पास आयुष्मान कार्ड हैं अथवा नहीं इसकी भी जानकारी ली गई । अस्पताल में इलाज देेने से पहले मरीज से आयुष्मान कार्ड मांगा गया है या नहीं यदि नहीं तो क्या कारण है तथा जिन मरीजों के पास आयुष्मान कार्ड था उनसे अस्पताल ने कितनी राशि वसूली गई।
अस्पताल में मरीज भर्ती मिले, जिसके पास आयुष्मान कार्ड होता है पर उसकी जानकारी अस्पताल को मरीज द्वारा नहीं दी जाती थी।
अस्पताल संचालक को भी निर्देश दिए कि मरीज से पहले आयुष्मान कार्ड की जानकारी लें। जिसके पास कार्ड है उसे आयुष्मान योजना के तहत इलाज दें। इसी तरह से अलग-अलग टीमों ने भी अस्पतालों का निरीक्षण क्यो नही किया जाता है ? आखिर सरकार की योजनाओं से कब होगे लाभांवित लोग या फिर इसी तरफ इन हाॅस्टिलो की मनमानी और मोटी फीस देते रहेगे । सरकारी की योजनाओ का पलीता और सही क्रियान्वन होने के लिए अधिकारीयो को अपनी जिम्मेदारी समझकर आगे आना चाहिए। जब ही लोगो को सही और सस्ता ईलाज मिल पायेगा ?