होश्ंागाबाद:- (योगेश सिंह राजपूत ) - आपतकालीन स्थिति और कोविड संक्रमण के समय में नर्स की सेवाभावी भूमिका फिर एक बार समाज के सामने उभरकर आई है। सच्चे सेवा भाव और जनून के चलते प्रत्येक वर्ग को कोविड की शुरुआत से लेकर अभी तक पॉजिटिव मरीजों को अपना माना और उनकी पूरी शिद्दत से सेवा की। उनके प्रयासों के फलस्वरुप कई मरीज स्वस्थ होकर अपने स्वजनों के पास पहुंचे। सेवा के दौरान नर्सों ने अपनी सेहत की कतई चिंता नहीं की। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर हम इनके जज्बे और सेवा भाव को सलाम करते है हैं, जिन्होंने मानवता की सेवा की। इनमें से कई नर्स तो ऐसी भी हैं, जो खुद संक्रमण की चपेट में आईं, मगर हौंसले की बदौलत स्वस्थ हो गईं और फिर से मरीजों की सेवा में जुट गईं।
सच्चा सलूट सिस्टर: कोरोना आपकी शिद्धत सेवा को तोड़ न पाया