रामानुजगंज:- छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के द्वारा कोरोना की इस भंयकर महामारी मे वैक्सीन और कोरोना मरीज की ईलाज सुविधा को घर- घर पहुचाने के बजाय शराब को घर-घर पहुचाने का निर्णय लिया जाना घोर असंवेदनशीलता का परिचायक है। यह छत्तीसगढ़ की जनता के लिऐ बहुत ही दुर्भाग्य का विषय है।जबकि ऐसे विषम परिस्थितियों मे सरकार का ध्यान स्वास्थ्य के क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने और प्रदेश के कोरोना जांच केन्द्रों की अव्यवस्था को दूर करने से लेकर पर्याप्त दवाओं की व्यवस्था एवं कोविड अस्पताल की निर्माण कर बैड क्षमता बढ़ाने तरफ दिया जाना चाहिऐ साथ पूर्व के वर्ष मे लाकडाऊन और महामारी के झेल को पाट नही सके प्रदेशवासियों पर फिर से महामारी और लाकडाऊन झेल पढ़ना रोज कमाने खाने वाले एवं मध्यमवर्गीय परिवार को भारी पढ़ रहा है कोरोना के इस काल मे प्रदेश मे मेडिकल उपकरण दवाओं एवं खाद्यान्न सामाग्री सहित सभी मूलभूत आवश्यक वस्तुओं का कालाबाजारी धड़ल्ले से हो रही है इस तरफ सरकार को नीति बनाकर काम करने की ओर प्रयत्न करने चाहिऐ जिससे की प्रदेशवासियों को राहत मिल सके ।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के सौरभ कुमार चौबे ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को प्रत्येक नीति और सभी क्षेत्रो मे विफल बताते हुऐ शराब को इस तरह से परोसे जाने का घोर विरोध करते हुऐ अपने स्वयं के घोषणा-पत्र के बिन्दुओं को अमल मे लाते हुऐ प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त कर बिजली बिल को पूर्णतः छुट कर राजीव गांधी न्याय योजना अंतर्गत किसानों को एकमुश्त राशि का भुगतान कर प्रदेशवासियों को राहत प्रदान करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की गई है