होशंगाबाद:- (योगेश सिंह राजपूत ):- जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजाम नाकाफी साबित हुए। क्वारंटाइन होने के लिए भी लोगो को मारामारी करनी पड़ी। वही सम्पूर्ण जिले में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू के माध्यम से घरों में रहने को कहा गया, आगे आकर काम करने वाले पुलिसकर्मी खतरे के बीच अपने दायित्व का निर्वहन करते रहे। कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है, इसलिए पुलिस मुख्यालय की ओर से आने वाली चुनौतियों से निपटने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत हर जिले में पुलिस का अपना कोविड केयर सेंटर खोलने की तैयारी है।
इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। पुलिस की अलग-अलग शाखाओं से समन्वय स्थापित कर इसकी रूपरेखा पर विमर्श जारी है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अगलेे कुछ दिन में इस योजना को मूर्तरूप दे दिया जाएगा। प्राथमिकता इस बात को दी जाएगी कि पुलिस अस्पतालों में ही एक हिस्सा कोविड केयर सेंटर के लिए आरक्षित कर दिया जाए और यहां आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं स्थायी कर दी जाएं। जिन पुलिस अस्पतालों में जगह की कमी होगी, वहां थाना परिसर या पुलिस लाइन में इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए बजट का इंतजाम पुलिस कल्याण निधि से किया जाएगा। इसके अलावा आवश्यक होनेे पर अन्य मद से भी राशि ली जाएगी। अधिकांश पुलिसकर्मियों के घरों पर आइसोलेट होने की जगह नहीं होने से इस बार परिवारों को काफी दिक्कत हुई। कोविड केयर सेंटर बनने से संक्रमण की स्थिति में परिवार के सदस्य यहां रह सकेंगे। साथ ही शासकीय योजनाओं के तहत अनुबंधित अस्पतालों के चिकित्सकों की यहां सेवाएं ली जा सकेंगी।