होश्ंागाबाद:- होशंगाबाद जिले में कोरोना वायरस का पहला मामला 13 माह पहले 21 मार्च 2020 में मिला। इसके बाद माहमारी का प्रकोप लगातार बढ़ता गया, लेकिन पिछले 12 माह में कोरोना संक्रमण ने जो त्रासदी दी है उस पर अकेले अपैल माह का कहर भारी पड़ा है। साल भर के भीतर जहां लगभग 209 लोगों के जान गई, वहीं केवल अप्रैल माह में ही यह आॅकडो दो सौ के पार हो गया लोगों की मौत संक्रमण से हई है। इसी तरह एक साल में लगभग 36 हजार 628 संक्रमित मिले वहीं अप्रैल माह के भीतर 19 हजार 823 लोगों को संक्रमित पाया गया। इनमें दस हजार 11 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। 10,832 अब भी संक्रमित हैं।
वर्ष 2021 का अप्रैल माह जिले के लिए कोरोना संक्रमण के लिहाज से कहर लेकर टूटा हैं। संक्रमण की रफ्तार को रोकने में लाकडाउन भी फेल साबित हो रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या और मौत के बढ़ते आंकड़ों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। जून 2020 के बाद संक्रमण में जिस तरह कमी देखी गई उससे लग रहा था कि वर्ष के अंत तक संक्रमण समाप्त हो जाएगा। इस बीच गणेश उत्सव, दुर्गा पूजा, दशहरा में भी पाबंदी रही। जनवरी 2021 की शुरूवात में संक्रमण की स्थिति सामान्य थी। मार्च के बाद संक्रमण ने फिर से जोर मारना शुरू कर दिया। अप्रैल में मौत और संक्रमण के आंकड़े बढ़ने जिला प्रशासन ने 12 अप्रैल से लाकडाउन लगा दिया। वर्तमान में जिस तरह के हालात सामने आ रहे हैं उससे लाकडाउन का समय बढ़ना लगभग तय है।
लोगों की निगाहें अब लाकडाउन पर टिक गई हैं, लेकिन वह भी कारगर साबित नहीं हो रहा। जिस तरह से हालात उसे सुधारने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। जिस तरह से सुबह के समय जरूरी खरीदारी के नाम पर भीड़ उमड़ रही है उस पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। लाकडाउन का पालन नहीं किए जाने का खामियाजा लोगों को ही भुगतना पड़ रहा है सतर्कता सावधानी जरूरी