लाकडाउन में थम गया अपराध, थाने में नहीं पहुंच रहे फरियादी चार दिन में छोटी-मोटी व मारपीट की सामान्य रिपोर्ट हुए दर्ज
जिले में लाकडाउन लगते हुए आपराधिक गतिविधियां भी थम सी गई है। आलम यह है कि बीते चार दिनों में पारिवारिक मारपीट के साथ ही छोटी-मोटी की घटनाएं सामने आई है। लाकडाउन की स्थिति को देखकर लोग थाने भी नहीं पहुंच रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश भर के साथ ही जिले में बीते 14 अप्रैल से लाकडाउन चल रहा है। इस दौरान लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की जा रही है। वहीं, पुलिस का अमला भी चैक-चैराहों में ड्यूटी करने में व्यस्त हैं। ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी अपराधिक गतिविधयों व सुरक्षा के साथ सड़कों में निकलने वालों को घरों में रहने की समझाइश दे रही है। इधर, लाकडाउन का असर थानों व पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी देखने को मिल रहा है। लाकडाउन व कोर्ट बंद होने के कारण पुलिस लंबित मामलों की विवेचना भी नहीं कर पा रही है और न्यायालयीन काम भी नहीं हो रहा है। वहीं, थानों में फरियादियों का रिपोर्ट भी नहीं आ रहा है। स्थिति यह है कि पिछले चार दिन के भीतर गिने-चुने आपराधिक प्रकरण ही दर्ज हुए हैं।
साधारण मारपीट, पारिवारिक विवाद के अलावा चोरी के छोटी-मोटी घटनाएं सामने आई है। शराब की अवैध बिक्री पर हुई कार्रवाई ऐसे थाने हैं, जहां लाकडाउन में शराब की अवैध बिक्री करने का मामला सामने आया है। दरअसल, लाकडाउन में शराब दुकानंे बंद है। वहीं, इसकी आड़ में शराब की अवैध बिक्री शुरू हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र में तो महुआ से शराब बनाने का कारोबार फिर से चल निकला है।