माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने घोड़ाडोंगरी को समग्र विकास के लिए नगर परिषद का दर्जा दिया यहां विकास के हर संभव मदद करने का भी भरोसा दिया और ग्राम पंचायत को नगर परिषद का भी दर्जा प्राप्त कराया गया यहां पर पदस्पथ किये गए बाबू को मुख्य नगर परिषद के सीएमओ अधिकारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई उन्होंने कार्य का भार भी ग्रहण करते हुए घोडाडोंगरी मे भ्रष्टाचार और नियम के उल्लंघन का तांडव शुरू किया जिससे जनता में बढ़ा आक्रोश भाव नजर आने लगा जनता के मन में काफी सारे सवाल का जमावड़ा बनने लगा यह नगर परिषद ग्राम पंचायत की तरह कार्य कर रही है घोड़ाडोंगरी नगर परिषद में खरीदी करके पता नहीं कहां से एलईडी लाइट जो कि यहां पर कुछ इलाकों में लगाई गई है उन एल ई डी में लगभग आधा दर्जन एक हफ्ता भी नहीं चले और फ्यूज हो गए यहां सतपुडा ग्राउंड मैं भी पांच एलईडी लगाई गई जिसमें 3 एलइडी स्ट्रीट लाइट 1 सप्ताह में फ्यूज हो गई क्या यह एलईडी इतनी घटिया क्वालिटी की है तो इसे खरीदा ही क्यों गया और तो और एक बात बाबू देशमुख की ओर से कहा गया कि यह एलईडी लाइट ₹2200 की है जिसमे जीएसटी भी इंक्लूड है लेकिन इस तरह की मार्केट में एलईडी लाइट 1200 रुपए से 1500 रु प्रति नग तक आसानी से मिल जाती है ऐसी परिस्थितियों में बाबू जी ने तो हद ही पार कर दी जब बैतूल जिला मे बड़े बाजार भी मौजूद है और भी सभी कंपनियों के एलइडी लाइट खरीदी बिक्री होती है खरिदी गई एलईडी लाईट की कीमत से आधी से भी कम कीमत में मौजूद हमारे जिले के बाजार मे ही उपल्बध है संबंधित कंपनियों की एलईडी लाइट से अधिक दरों में खरीदे गए एलईडी लाइट की कीमत और बढ़ाने के लिए कंपनी ने जीएसटी पैड आने वाले एलईडी पर पुनः जीएसटी जोड़कर प्रति नग एलईडी ₹2200 से अधिक रुपए का भुगतान भी इन सप्लायर को कर चुके हैं गौरतलब है कि इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रिकल गुड्स के सभी आइटम जीएसटी कीमत में शामिल होते हैं इन इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रिकल्स गुड्स के सभी आइटम जीएसटी को हटाकर टैक्सेबल वैल्यू निकाली जाती है और इस पर जीएसटी ऐड करके इंक्वायरी जारी की जाती है जबकि ऐसा ना होकर बाबूजी ने उक्त एलईडी खरीदी में विरुद्ध भुगतान के बिल में टोटल कीमत में से टैक्सेबल वैल्यू निकाले बिना ही पूरी कीमत पर जीएसटी ऐड करके बिल भुगतान कर दिया गया है हमारी नगर परिषद के सीएमओ देशमुख द्वारा की गई यह सबसे बड़ी गलती सप्लायर से इस प्रकार की कंडीशन वाला इन्होंने कोटेशन भी प्राप्त किया गया है लेकिन जीएसटी पैड इलेक्ट्रिकल कोर्स की पूरी कीमत के ऊपर भुगतान करना तो शासन के नियमों के विरुद्ध करके सरकार के खजाने को लूटने का प्रयास बाबू देशमुख जोकि घोड़ाडोंगरी में सीएमओ की कुर्सी पर बैठे हैं उन्होंने बेखौफ होकर सारे नियमों का उल्लंघन करके सारे बिलों का भुगतान किया और यहां की आम जनता एवं घोड़ाडोंगरी ब्यूरो ईओडब्ल्यू दिलीप अग्रवाल ने इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार भी है आने वाले कुछ दिनों में बड़ी भी कार्यवाही होने की संभावना भी नजर आ रही है जिसके तहत हम सभी ने सूचना के अधिकार के अंतर्गत नगर परिषद मैं उक्त प्रकरणों को लेकर जानकारी भी मांगी गई है इन मामलों में नगर परिषद प्रशासन मोनिका विश्वकर्मा नवगठित नगर परिषद में सीएमओ द्वारा की जा रही अनियमितता ओ की जानकारी मिलने पर नाराजगी जाहिर की और नगर परिषद कि प्रसाशन गुरुवार दोपहर नगर परिषद पहुंचकर संबंधित फाइलो मैं खरीदी की गई सामग्री को खंगाला और नियमानुरूप कार्य एवं जानकारी प्राप्त कर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की और प्रशासन के नियमों के अनुसार काम करने के निर्देश भी दिए फाइलों में मुलताई और सौसर के कोटेशन भी मिले उस पर तहसीलदार महोदय ने भी नाराजगी व्यक्त की और जवाब तलब कर पूछा कि क्या बैतूल छिंदवाड़ा या घोड़ाडोंगरी में इलेक्ट्रिकल सामानों की खरीदी बिक्री नहीं होती है आपको क्या सोशल मुलताई जाकर ही खरीदना पड़ता है परंतु बाबूजी का तो इससे पहले मुलताई में पदस्थ थे और वहां के सारे सप्लायरो से खूब मिलीभगत और सांठगांठ पूर्ण रूप से स्थापित है उसका पूरा फायदा घोड़ाडोंगरी नगर परिषद में भी लिया जा रहा है और आंखें बंद करके सरकारी नियमों का पूर्ण रूप से उल्लंघन किया जा रहा है उन्हें पता नहीं है शायद की आंखें क्राइम पर हमेशा रहती है
घोडाडोंगरी संवाददाता मनोज पवार