बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
लाखों खर्च करने के बाद जब सतपुड़ा डैम की चायनीस घास नहीं हटा पाये तो मजबूरन क्षेत्र के लोगों, सामाजिक संगठनों को डेम का अस्तित्व बचाने के लिए आगे आना पड़ रहा है। और इसी तारतम्य में सतपुड़ा डेम छठ घाट पर रविवार की सुबह सैकड़ो श्रमदानी जुटेंगे और जलकुंभियों से ढँक चुके सतपुड़ा जलाशय की सफाई का अभियान प्रारंभ करेंगे। 21 फरवरी को सुबह 8 बजे जल प्रहरी मोहन नागर, सांसद दुर्गादास उइके, विधायक डॉ योगेश पण्डागरे की विशेष मौजूदगी में सफाई अभियान का आगाज होगा। गौरतलब है कि सतपुड़ा डेम की सफाई को लेकर सामाजिक संगठनों की एक बैठक आयोजित की गयी थी। इस बैठक में श्रमदान से डेम की सफाई के लिए अभियान चलाने की योजना बनी थी। सतपुड़ा जलाशय स्वच्छता अभियान के नाम से यह मुहिम 21 फरवरी से शुरू की जा रही है। सारनी मछुआरा संघ, कालीमाई व्यापारी संघ, बगडोना व्यापारी संघ, भोजपुरी एकता मंच, बंगाली समाज, डेहरिया मेहरा समाज विकास समिति, लोनारी कुनबी समाज संगठन, बिजली उत्पादन कर्मचारी संघ, नगरपालिका सफाई मजदूर संघ, पावर इंजीनियर एम्प्लाई एसोशिएशन ,विद्या भारती सारनी, धर्म जागरण विभाग, नगरपालिका पार्षद दल, मप्र विद्युत ठेका श्रमिक संघ सहित, टेंट एसोसिएशन ,बंगाली सेवा समिति सहित अभियान से जुड़े सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने क्षेत्र की जनता से छठ घाट पर पहुंचकर धरोहर बचाने हेतु इस मुहिम का हिस्सा बनने की अपील की है।