कोयला ठेका श्रमिकों की समस्याओं का जल्द निराकरण हो - डॉ. मोदी

 कोयला ठेका श्रमिकों की समस्याओं का जल्द निराकरण हो - डॉ. मोदी



बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल 


विगत कुछ दिनों से पश्चिम कोयलांचल के समस्त ठेकेदार श्रमिको ने वेतन, सीएमपीएफ आदि समस्याओं को लेकर कार्य पर जाना बंद कर दिया है। जिससे कोयले के उत्पादन पर गहरा असर पड़ रहा है। इस संबंध में एटक कोल उद्योग के सह पूर्व जेबीसीसीआई सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्णा मोदी ने बताया कि कोल इंडिया की हाई पावर कमेटी के निर्देशानुसार हाइपावर कमेटी ने चार श्रेणी में ठेका मजदूरों को बांट प्रतिदिन 464/494/524/एवं की दर से भुगतान की अनुशंसा की थी। भूमिगत खदान वालों को 10% भत्ता का भी प्रावधान था। परंतु आटसोर्सिंग मजदूरों को समान काम के समान वेतन एवं सुविधा दिए जाने की मांग वर्षों से श्रमिक संगठनों की ओर से की जा रही है, लेकिन अबतक उन्हें सिवाय आश्वासन के कुछ भी हासिल नहीं हो पाया। सीएमपीएफ एवं सीएमपीएस की सुविधा दिए जाने, बोनस एक्ट के अनुसार बोनस भुगतान करने, कॉलोनी हॉस्पिटल/डिस्पेंसरी के अधीन ओपीडी एवं इंडोर चिकित्सा सुविधा भी सबको नहीं मिला। वही 2016 में कोल सेक्टर में कार्यरत ठेका मजदूरों को 8.33 फीसदी बोनस देने की घोषणा की थी। जो हकीकत में ठेका मजदूर को आजतक नही हैं मिला। यदि प्रबंध सही में अपने ठेकेदारी श्रमिको के वेतन, वेतन की पर्ची, सालाना बोनस आदि नहीं किया है। जिसको लेकर डॉ. मोदी ने कहा कि मैं प्रबंधन से अपील करता हूँ कि जल्द से जल्द बुलाकर ठेकेदारी श्रमिको  के प्रतिनिधि का चुनाव कराकर उनसे चर्चा कर उक्त समस्याओं का निराकरण करे। क्योंकि उनकी मांगे जायज है साथ-साथ ठेका श्रमिको को मैं सुझाव देने चाहता हु की वे जल्द से जल्द यह पर कार्यरत श्रमिक संगठनों में से जिसे उचित समझते हैं। उनसे सहयोग लेकर नियमानुसार अपनी समस्याओं को हल करवाए।