ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही पशु औषधालय की सुविधाएं
मुख्यालय से नदारद रहते हैं कर्मचारी
सिर्फ कागजों पर संचालित हो रहा पशु औषधालय वरशोभा
गुनौर /पन्ना- तहसील मुख्यालय गुनौर अंतर्गत ग्राम वरसोवा मैं संचालित शासकीय पशु औषधालय सिर्फ कागजों में संचालित हो रहा है आए दिन यह शासकीय औषधालय ताला लगा बंद ही देखा जाता है ग्रामीण जनों का कहना है की यहां पर पदस्थ कर्मचारी महीनों में कभी-कभार आते हैं और सिर्फ वे अपने उपस्थिति रजिस्टर में साइन करके फिर रफूचक्कर हो जाते जो दोबारा महीनों, 15 दिन तक नहीं लौटते ज्ञात हो कि यहां पर शासकीय पशु औषधालय में जो कर्मचारी पदस्थ हैं वे दोनों ही कर्तव्यनिष्ठा से ड्यूटी समय सीमा और इमानदारी से नहीं कर रहे बारी बारी से 15 -15 दिन की गोल मारकर शासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे एवं गांव को शासन द्वारा उपलब्ध पशु औषधालय की समस्त प्रकार की योजनाओं से वंचित रख रहे हैं गांव में पशुधन औषधि सेवा सिर्फ भगवान भरोसे ही चल रही है पशुओं की ज्यादा हालत खराब होने पर ग्राम के लोगों को मजबूरी में पशु कॉल नंबर लगाना पड़ता है तब कहीं पशुओं को किसी प्रकार थोड़ी बहुत चिकित्सीय सुविधा प्रदान हो पाती है ग्राम के लोगों का कहना है कि यह पशु औषधालय सिर्फ कागजों में संचालित हो रहा है यहां पर पदस्थ कर्मचारी कभी कबार आ के रजिस्टर में साइन करके रफूचक्कर हो जाते हैं और फिर काफी दिनों तक नहीं आते ग्राम बरशोभा के ग्रामीणों में अजय चनपुरिया ,ज्ञान चंद पुरिया सतीश उपाध्याय ,अखिलेश कुमार द्विवेदी मनीष चनपुरिया घसीटा राम, राम बहुरी पूरनलाल आदि ग्रामीण जनों ने जिला के न्याय प्रिय कलेक्टर से मांग की है कि हमारे ग्राम की खस्ताहाल पशु औषधालय की व्यवस्थाएं सुविधा युक्त बनाई जाए जिससे ग्राम के पशुओं और ग्रामीणों को इसका भरपूर लाभ मिल सके
रिपोर्टर अजय चन पुरियाकी रिपोर्ट