32 खण्डपीठों ने निपटाये 5170 मामले
32 खण्डपीठों ने निपटाये 5170 मामले 

होशंगाबाद सहित इटारसी पिपरिया, सोहागपुर, सिवनी मालवा में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायालयों में लंबित कुल 370 प्रकरणों का निपटारा किया गया। साथ ही 4800 विभिन्न विभागों से संबंधित प्रकरण निपटाये गये। इसी के साथ न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में लगभग 129344946/- के अवार्ड पारित किये गये, तथा विभागीय प्रकरणों में लगभग 24174344/- रूपये की वसूली हुई। 12 मार्च को आयोजित इस नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना दावा, चैक बाउंस, शमनीय अपराध वैवाहिक मामले, विद्युत चोरी से संबंधित मामलों के साथ-साथ सिविल तथा राजस्व मामले निपटारे के लिए रखे गये थे।

नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ के अवसर पर उद्घाटन कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश आलोक अवस्थी, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय देवनारायण शुक्ल प्रथम अपर जिला न्यायाधीश सचिन शर्मा, तृतीय अपर जिला न्यायाधीश आरती ए० शुक्ला, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश हिंमाशु कौशल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सिराज अली श्रम न्यायाधीश सुमित शर्मा, सिविल जज सीनियर डिवीजन विजय कुमार पाठक, मीना शाह, सिविल जज जूनियर डिवीजन, सोनाक्षी जोशी नीरज सोनी, स्निगधा पाठक, अनुभूति गुप्ता, अमोल साधी, जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष के०के० थापक सचिव मनोज जराठे, जिला विधिक सहायता अधिकारी, सनातन सेन, तथा बड़ी संख्या में अधिवक्तागण एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।
        जिला न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आलोक अवस्थी ने कहा कि इस नेशनल लोक अदालत से न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में जहां 370 प्रकरणों की कमी आई वहीं केस से जुड़े पक्षकारों में व्याप्त मतभेद हमेशा के लिए खत्म हो गया है। लोक अदालत में पक्षकारों के धन एवं समय दोनों की बचत होती है तथा उसे लंबी न्यायिक प्रक्रिया से भी छुटकारा मिल जाता है।
      इस लोक अदालत में जहां एक ओर कुटुम्ब न्यायालय के 06 परिवारों को टूटने से बचाया गया वहीं 06 मामलों में भरणपोषण का आदेश दिया गया। इसी प्रकार परिवार परामर्श केन्द्र की बेंच में 05 प्रकरणों में आपसी समझौता हुआ तथा 03 प्रकरणों में कानूनी सलाह प्रदान की गई, जिसमें केन्द्र के सदस्य अनिता जाट, सिंधु दुबे, भगवती विष्ठ ओर सरोज कीर की मुख्य भूमिका रही।