एक घंटे तक इंतजार के बाद भी शव लेने नहीं पहुंची एम्बुलेंस,
एक घंटे तक इंतजार के बाद भी शव लेने नहीं पहुंची एम्बुलेंस,

ऑटो एम्बुलेंस ने की मदद, शव को पहुंचाया अस्पताल।

बैतूल/मुलताई। कैलाश पाटील

ऑटो एम्बुलेंस चालक ने शव का परिवहन रेलवे स्टेशन मुलताई से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तक कर सेवा की मिसाल पेश की। एक घंटे तक शव परिवहन के लिए जीआरपी एम्बुलेंस का इंतजार करती रही लेकिन शव परिवहन के लिए एम्बुलेंस नहीं पहुंची। ऐसे में ऑटो एम्बुलेंस चालक प्रकाश सुरजुसे ने तत्परता शव परिवहन के लिए मदद की। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंडवाना एक्सप्रेस में एक यात्री की मौत होने के बाद उसका शव रेलवे स्टेशन मुलताई पर जीआरपी ने उतार लिया था। जीआरपी शव ट्रेन से उतारने के बाद करीब एक घंटे तक एम्बुलेंस की रास्ता देखती रही। इस बीच ट्रेन की सवारी के लिए बस स्टेण्ड मुलताई से ऑटो एम्बुलेंस चालक प्रकाश सुरजुसे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने आगे बढ़कर शव परिवहन की सहमति दी और उनकी ऑटो एम्बुलेंस से शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। गौरतलब है कि मुलताई क्षेत्र में ऑटो एम्बुलेंस के माध्यम से चौथी बार शव का परिवहन किया गया है। ऑटो एम्बुलेंस योजना मुलताई में बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा संचालित की जा रही है। मुलताई में योजना के संयोजक समाजसेवी दीपेश बोथरा है। योजना संचालक गौरी भारत पदम, संयोजक श्री बोथरा एवं सभी सहयोगियों ने भी ऑटो एम्बुलेंस चालक प्रकाश सुरजुसे की सराहना की है। गौरतलब है कि 11 फरवरी को भी मुलताई के ऑटो एम्बुलेंस चालक रमेश साहू द्वारा मोग्या नाले के पास से एक महिला का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया था। दूध के टेंकर की वजह से यह हादसा हुआ था, जिसमें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी।