मनरेगा मे मजदुरो से सौतेला व्यवहार
मसनगांव- ग्राम पंचायत के अंतर्गत किए जा रहे मनरेगा के तहत कार्यों में मजदूरों के साथ ही सौतेला व्यवहार किया जा रहा है जहां आदिवासी एवं दलित वर्ग के मजदूरों को शासन के द्वारा तुरंत राशि दी जा रही है वहीं पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के मजदूरों को 3 माह बाद भी मजदूरी की राशि प्राप्त नहीं हो रही है जिसके कारण कई मजदूरो के घरो मे दाल मसाले के फाके बने हुए है। ग्राम पंचायत में विगत चार माह से मजदुरो से काम कराया जा रहा है जिनमे जाति देखकर मजदुरी की राशि दी जा रही है। पंचायत के सचिव नंदलाल वघेल ने वताया की जो मजदूर आदिवासी एवं दलित वर्ग से आते हैं उनके खाते में राशि आ रहे हैं लेकिन पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के खाते में राशि नहीं मिल रही है इसके लिए जिला पंचायत को लिखा गया है वही मजदूरों का कहना है कि पंचायत के द्वारा काम करा लिया जाता है परंतु राशि समय पर नहीं दी जाती जिससे कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब बनी हुई है,रोजाना मजदुरो के काम पर जाने के वावजुद समय पर मजदुरी न दिये जाने से मनरेगा योजना पर मजदुरो का विश्वास घट रहा है जिसके कारण कई गांव के मजदूर मनरेगा में काम करने से कन्नी काटने लगे हैं।
मसनगांव से अनिल दीपावरे की रिपोर्ट