सरकारी अस्पताल में लापरवाही का मंजर देखने मिला घोड़ाडोंगरी छेत्र में मुख्य सड़क पर बने सरकारी अस्पताल की दशा इतनी खराब देखी गई न ही वहा पीने का शुद्ध जल मिला न वहा साफ सफाई दिखी आज दिनांक १९/११/२०२१ को गुरुनानक जयंती की छुट्टी घोषित होने पर सरकारी अस्पताल में dr. शर्मा के राउंड से जाने के बाद अस्पताल २ से ३ नर्सों एवम १ वार्ड बाय के हवाले देखने में आया सवाल इस बात का है की १८ तारीख की रात ११:३० बजे तब अमरजेंसी केश हैंडल करने dr. के अस्पताल में मौजूद नहीं पाये गये ऐसे में भला मरीजों की जान का जोखिम पहुंच सकता है तभी रात के समय सिर्फ दो नर्सों के सहारे अस्पताल में इलाज काराय जाना पाया गया क्या यह संभव है dr. के नही होने पर क्या मरीज अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पाते है नहीं जब मरीज का इलाज कर रहे नर्स के पास उनको दर्द नाशक इंजेक्शन भी अस्पताल में मौजूद नहीं रहना कई गोली दवाओ का अस्पताल में नही मिलना चिंता का विषय है पर गत कुछ दिनों से यही देखा जा रहा है इस वजह से अस्पताल के आस पड़ोस की मेडिकल की दुकानों का बोल बाला हो रहा है इससे यह भी प्रतीत होता है कही दवाइयों का गोरख धंधा तो नहीं हो रहा इसी तरह मेडिक्लो से दवाई नगद पैसे देकर बार बार चक्कर लगाने के बाद इलाज कराया जा रहा है अस्पताल में तब जाके मरीजों को थोड़ी सी राहत मिल पाती है एसी स्थती में अगर हार्ट के मरीज या एक्सीडेंट मरीज हमारे घोड़ाडोंगरी सरकारी अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने जरूर अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा क्या इस तरह की व्यवस्था बने तो मरीजों की जान की जुम्मेवारी किसकी होंगी।
घोड़ाडोंगरी रिपोर्टर मनोज पवार