वन अधिकार पट्टे के लाभ से मनीराम के जीवन में आई खुशियॉ , कहा अब हम भी है जमीन के मालिक

 

वन अधिकार पट्टे के लाभ से मनीराम के जीवन में आई खुशियॉ कहा अब हम भी है जमीन के मालिक


 

होशंगाबाद/10,नवम्बर,2021/ मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वन क्षेत्रों में वर्षो से रहने वाले जनजातीय भाइयों को उनकी काबीज भूमि पर वन अधिकार का लाभ दिया गया है। वन अधिकार पट्टा वितरण योजना जनजातीय समुदाय के विकास में मील का पत्थर साबित हो रही हैयोजना से लाभान्वित हो रहे जनजातीय वर्ग के जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। ऐसे ही कहानी है होशंगाबाद जिले के जनजातीय बहुल केसला ब्लाक के ग्राम पंचायत झुनकर के निवासी मनीराम तेकाम कीजिन्हे 19 नवंबर 2020 वन अधिकार का पट्टा प्राप्त हुआ। वे बताते है कि हमारे बुजुर्ग पीढ़ी दर पीढ़ी से जमीन पर काबिज हैं और हम यहां निवास कर रहे हैंहमारा गांव वन ग्राम में आता है। सन् 2007 में जब वन अधिकार अधिनियम लागू हुआ तब हमने भी ग्राम पंचायत सचिव के माध्यम से आवेदन किया था पर हमारा फार्म अधूरा होने के कारण हमें वन अधिकार का लाभ नहीं मिल पायालेकिन प्रदेश सरकार द्वारा अमान्यनिरस्त वन अधिकार दावों के सत्यापन के अभियान के बाद पुनः ग्राम पंचायत सचिव द्वारा हमारा दोबारा वन मित्र पोर्टल पर आवेदन किया गया। जिसके बाद हमारा वन अधिकार का आवेदन मंजूर हुआ और हमें वन अधिकार का पट्टा प्राप्त हुआ। वे कहते है कि हमारी पुश्तैनी भूमि पर मालिकाना हक मिलने से हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वन अधिकार पत्र मिलने से वे शासन की अनेक हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ ले पा रहे हैं। वे कहते है की उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। मेरी बड़ी बेटी फर्स्ट ईयर में पढ़ती है जो छात्रावास में रहती हैउसे पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ भी मिल रहा है। इसी प्रकार दूसरी बेटी कक्षा 12वीं में तथा बेटा कक्षा सातवीं में अध्यनरत हैजो जनजाति कार्य विभाग अंतर्गत संचालित छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ ले अपने सुरक्षित भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। मनीराम कहते हैं कि मेरे और मेरे परिवार का जीवन संवारने के लिए मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को हृदय से धन्यवाद देना चाहता हूं।