धान की खरीद को तुरंत शुरू करे सरकार
धान की खरीद को तुरंत शुरू करे सरकार :- वरुण चौधरी।
बराड़ा(जयबीर राणा थंबड़)
एक साल से देश का अन्नदाता कृषि संबंधी कानूनों को रद्द कराने के लिए आंदोलनरत हैं।आज भाजपा सरकार में किसान को फसल बेचने,शुगर मिल चलाने व अपनी फसल के भुगतान के लिए भी आंदोलन करने पड़ रहे है।परंतु भजपा सरकार किसानों की किसी भी समस्या की तरफ कोई ध्यान न देकर उल्टा शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों के साथ टकराव की स्थिति पैदा करती है।जो उचित नही है।यह बात मुलाना विधायक वरुण चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।उन्होंने कहा कि सरकार ने धान की खरीद 25 सितम्बर से करने का ऐलान किया था,फिर कुछ दिन बाद तारीख बदल 1 अक्तूबर कर दी गई,लेकिन अब सरकार 11 अक्टूबर से खरीद करने की बात कह रही है।और इसके साथ सरकार ने प्रति एकड़ से केवल 25 किवंटल धान खरीदने का किसान विरोधी फरमान भी जारी किया है। धान की कुछ किस्म से तो 30 से 35 किवंटल प्रति एकड़ फ़सल निकलती है अगर सरकार 25 किवंटल से हिसाब से खरीद करेगी तो बाकि फ़सल किसान कहां लेकर जाएगा।इससे साफ जाहिर है कि भाजपा सरकार किसानों की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर न खरीदने के बहाने तलाश रही है।और किसानों के साथ सौतेला व्यवहार करने पर तुली है। धान की सरकारी खरीद को समय से शुरू ना करना भाजपा सरकार की किसान विरोधी सोच को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से पहले सितंबर से ही धान की सरकारी खरीद को शुरू कर दिया जाता था, लेकिन पिछले सीजन से धान की सरकारी खरीद को बहुत देरी से शुरू किया जा रहा है। जिससे किसानों की फसलें समय पर नहीं बिक पाती हैं और यह फसल किसानों को घर में ही रखनी पड़ती है जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। 
खरीद में देरी होने के कारण किसानों की फ़सल मंडियों,सड़कों व ट्रालियों में खुले में पड़ी है, किसान दस दिनों से दिन रात उसकी रखवाली कर रहे हैं, मौसम लगातार डरा रहा है।सरकार को जल्द से जल्द धान की खरीद शुरू कर देनी चाहिए। जिससे किसानों को ज्यादा समय तक मंडी में परेशान नहीं होना पड़े।