20 अक्टूबर को शोभापुर कालोनी में बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा
पाथाखेड़ा।  20 अक्टूबर को शोभापुर कालोनी में बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा के बुद्ध विहार में सुजाता महिला मंडल ने तीन महीने का वर्षावास कार्यक्रम का समापन किया। 65 वे धम्म प्रवर्तण दिवस पर मंडल की महिलाओं को  21 साड़ियों का धम्म दान सुजाता महिला मंडल शोभापुर कालोनी की अध्यक्ष निर्मला आठनेरे ने दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्षावास का कार्यक्रम बुद्ध वंदना, परित्राण पाठ से हुई। धम्म आचार्य त्रिलोक लोखंडे ने परित्राण पाठ करते मंगल अष्ठगाथा लेकर उनके उद्देश्य और महत्त्व को भी बताया। सुजाता महिला मंडल के वर्षावास के कार्यक्रम में सैकड़ों महिला पुरुष बच्चे उपस्थित थे। वर्षावास समापन धम्म प्रवर्तण दिवस पर अनेक सामाजिक वक्ताओं ने अपने विचार रखे जिसमें लक्ष्मी चंदेलकर, पार्षद संगीता कापसे, महिला मंडल की उपाध्यक्ष कमला खातरकर, उर्मिला चौकीकर, गीता कापसे ने वर्षावास धम्म प्रवर्तण पर बात रखी। इस अवसर पर कलिराम पाटिल ने कहा कि वर्षावास ज्ञान का मार्ग है। धम्म प्रवर्तण दिवस धार्मिक सामाजिक गुलामी से मुक्ति जो बाबासाहेब आंबेडकर ने दी है जिसमें तर्क और नैतिकता का सिद्धांत है। बुद्ध धर्म में तीन चीजें एक साथ प्रज्ञा, करुणा और संवेदना है अन्य धर्म में नही है। सुखी और अच्छा जीवन के लिए बाबासाहेब आंबेडकर ने बुद्ध धर्म दिया है। इसके अलावा निलम बामने, अर्चना मानकर, प्रर्मिला जौजारे, जसवंती भालेकर, सीमा चौरासे हर्षा वरवड़े, अनिता चौकीकर, शारदा बरडे, कविता उबनारे, सुमन गुलबाके, मीरा नागले, कमला आठनेरे, भागीरथी अंबुलकर, प्रभा तायवडे, सुशीला निरापुरे, गंगा वाईकर आशा झरबडे, पुनम डोंगरे, शकुन वरवड़े जगन्नाथ जौजारे, मुन्नालाल चौकीकर, भाऊ आठनेरे, बालकराम झरबडे, शेषराव नागले देवीदास अंबुलकर उमेश मानकर की उपस्थित रहे। वही सुजाता महिला मंडल के प्रभारी घनश्याम आठनेरे ने कार्यक्रम का संचालन किया।