महिला सशक्तिकरण के लिए जिले के स्व सहायता समूह का किया गया मेट के लिए प्रशिक्षण

 महिला सशक्तिकरण के लिए जिले के स्व सहायता समूह का किया गया मेट के लिए प्रशिक्षण


अब मनरेगा में सहभागिता करेंगी स्व सहायता समूह सदस्य


होशंगाबाद/ महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत होशंगाबाद अंतर्गत गठित स्व सहायता समूहो के माध्यम से जहां महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है वही शासन के अन्य कार्यों में भी उनकी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए उन्हें आत्म निर्भर बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में अब एक और प्रयास किया जा रहा है जिले में होने वाले मनरेगा मद के कार्यो की देखरेख और श्रमिकों के मास्टर का संधारण करने का कार्य आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह की महिलाएं भी देखेंगी इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा बाकायदा उनको प्रशिक्षित किया जा रहा है।

 

50 फ़ीसदी होगी भागीदारीl

          महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों में अभी तक मस्टर संधारण का कामग्राम पंचायत में चल रहे कार्यों की प्रगति आदि दर्ज करने का कार्य अधिकांश स्थानों पर पुरुष ही किया करते थे सरकार ने अब इस काम के लिए जिले में स्वीकृत कुल मेट में से 50%  मेट समूह की महिलाओं को बनाने का निर्णय लिया है ताकि महिलाएं सशक्त हो मेट के कार्य के लिए जिले में आजीविका मिशन द्वारा गठित किए गए 60 समूह सदस्यों का चयन मेट के लिए किया गया है और उनको एक दिवसीय प्रशिक्षण अधिकारियों द्वारा प्रदान किया जा रहा है प्रशिक्षण में महिलाओं के साथ अपनी पंचायत में चल रहे मनरेगा योजना अंतर्गत मेट के रूप में कैसे काम करना हैकितने मजदूर काम कर रहे हैं और इसके लिए मस्टररोल का संधारण कैसे करना है आदि विषयों पर समझ विकसित की जा रही है मनरेगा के तहत कार्य कर रही एजेंसी और इंजीनियर का रोजाना समय पर कार्यस्थल पर पहुंचना भी मुश्किल होता है ऐसे में यह महिलाएं प्रतिदिन इस बात को भी देखेंगी कि स्थल पर कितना कार्य हुआ इसकी जानकारी व संबंधित एजेंसी या इंजीनियर को देंगे।

 

किया जा रहा है प्रशिक्षित।

 

          जिले के विकास खंडों के लिए सीईओ जिला पंचायत मनोज सरियाम ने प्रशिक्षण के लिए तिथिवार कार्यक्रम को लेकर जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत चयनित मेट का प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है जिसमें सभी विकास खंडों से चयनित 60 प्रशिक्षणार्थियों का बैच में आजीविका मिशन द्वारा संचालित सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र बाबई में प्रशिक्षण किया जा रहा है।