दरअसल पूरा मामला बलरामपुर जिले के थाना रघुनाथ नगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरिगवा का है
आपको बता दे की बलरामपुर जिले के अधिकारियों के संरक्षण में खुलेआम रात में हरिगवा नदी से 200से300 ट्रैक्टर रोजाना अवैध रेत उत्खनन कर भारी मात्रा में भंडारण किया जा रहा है
वही रेत को ज्यादा मूल्य में उत्तर प्रदेश बेचा जा रहा है जिसकी सूचना रघुनाथनगर नायब तहसीलदार, वाड्रफनगर एसडीएम विशाल महाराणा ,बलरामपुर कलेक्टर को सूचना किया गया था
लेकिन अभी तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है इससे साफ पता चलता है कि अधिकारियों की मिलीभगत से रेत का अवैध काला बाजार चल रहा है
वही आपको बता दें कि ग्राम पंचायत हरिगवा के मंगरहर पारा में रोड की हालत ऐसी हो गई है कि एंबुलेंस मरीज के घर तक भी नहीं पहुंच सकती मंगरहर रोड से रोजाना सैकड़ों विद्यार्थी कीचड़ से चलकर पढ़ाई करने के लिए स्कूल जाते हैं
लेकिन जिला प्रशासन भी पूरी तरीके से नाकाम साबित हो रहा है यहां के ग्रामीण इसी रोड से पैदल चलने के लिए भी असमर्थ है। जिम्मेदार अधिकारियों की इस तरह की लापरवाही बड़ी घटना का संकेत दे रहा है
*बलरामपुर से संदीप कुशवाहा की रिपोर्ट*
अभी कुछ दिन पहले की बात है नयाब तहसीलदार रघुनाथ नगर हरिगवा के बाकी नदी मैं नायाब तहसीलदार मौके पर तीन ट्रैक्टर पकड़े जाने पर भी जिसमें पंचनामा भी तैयार किया गया लेकिन बता दूं कि ट्रैक्टर पर कोई करवाई नहीं किया गया इससे साफ नजर आता है कि अधिकारियों की मिलीभगत से रेत उत्खनन हो रहा है