ग्रामीण दुखियों की सड़क और रपटे की दुर्दशा का जिम्मेदार कोई नहीं
*ग्रामीण दुखियों की सड़क और रपटे की दुर्दशा का जिम्मेदार कोई नहीं
पुलिया टूटने से ग्रामीणों को आवागमन में  हो रही परेशानी अर्जुन गोंदी गांव जोकि कान्हा वाडी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है घोड़ाडोंगरी से पाढर पहुंच मार्ग पर बजरंग मंदिर के पास पहाड़ी नदी के रपटे का 10 सालों से लगभग टूट जाना इस ग्राम पंचायत की और से सरपंच कमलेश पर्ते के कहे अनुसार उन्होंने पंचायत में कई बार शिकायत की एसडीएम साहब को भी तलक फोन पर किया मगर लिखित कार्रवाई में अभी तक ना ही जनपद में दिया ना ही पीडब्ल्यूडी को सौंपा उनसे बात करने के बाद पता चला कि यह रपटा नौ 10 सालों से टूटा पड़ा हुआ है ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लोग जब इस हफ्ते के पास आते हैं तो गाड़ियों से उतरकर पैदल नदी पार करने के बाद फिर बैठ कर के चले जाते हैं यही परेशानी ग्रामीणों को रोज उठानी पड़ती है सरपंच  के कहे अनुसार इस घोड़ाडोंगरी से पाढर रोड को बनवाने के लिए verification करीब दो-तीन साल पहले हो चुका है लेकिन अब तक नाही फॉरेस्ट की तरफ से नाही पीडब्ल्यूडी की तरफ से कोई कार्य प्रारंभ नहीं हुआ और कब तक होगा इसकी भी कोई जानकारी नहीं है लोगों को जो आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वाह किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देने जैसा दिखाई देता है आज पानी नहीं आने पर भी जब नदी में से लोग निकल रहे होते हैं तब करीब 2 फीट पानी ऊपर से बहते हुए पानी में नदी को पार करते हैं बाइक पर सवार लोग रबता और पुलिया आने पर उतर जाते हैं और बाइक सवार धीरे-धीरे अपनी गाड़ी को नदी पार करवाता है तब जाकर आगे रोड पर निकला जाता है वहीं पास में सरपंच  के कहे अनुसार आगे की पुलिया भी भयानक तरीके से क्षतिग्रस्त दिखाई दी बताया गया कि यह पुलिया का ठेका घोड़ाडोंगरी के अग्रवाल कंट्रक्शन कंपनी ने किया मगर यह कैसी पुलिया जिसमें जान तक गंवानी पड़ सकेगी बीच पुलिया में गड्ढा पुलिया की साइड में गड्ढा होकर दबना दिखाई पड़ रहा है यह काम भी सरपंच की देखरेख में गैर जिम्मेदारी के साथ हुआ समझ में आ रहा है सरपंच की सुने तो इन्होंने सिर्फ अपने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए सिर्फ फोन पर चर्चा की है लिखित में किसी को आवेदन नहीं दिया गया जब तक लिखित में आवेदन किसी कार्यालय में नहीं पहुंचता कार्यालय के अधिकारी भी कैसे जानेंगे कि ग्रामीणों की परेशानी क्या हो रही है तत्काल स्थिति में इस रूट को टू लाइन भी घोषित किया जा चुका है परंतु अब तक राहत कार कार्य भी संपन्न नहीं हो पाया ग्रामीणों को हर साल बारिश में आवागमन में जब बरसात हो तब से 12 घंटे तक रुक कर ही आना जाना करना पड़ता है जब एक दिन पूरा पानी नहीं आता है तभी ग्रामीण इधर से उधर जाने में सक्षम होते हैं इस रोड की गंभीर स्थिति को देखकर यह व्यतीत हो रहा है कि कान्हा वाडी के सरपंच  ने आज तक लिखित में कार्यवाही की होती तो ग्रामीणों को सालो से इस खराब रखते और पुलिया का जिसकी वजह से आवागमन में तकलीफ होना दिखाई दे रहा है यह नहीं होता
रिपोर्टर मनोज पवार