मध्य प्रदेश में पृथ्वीपुर, जोबट व रैगांव विधान सभा क्षेत्र एवं खंडवा लोकसभा क्षेत्र में होना उपचुनाव, प्रत्याशियों में रस्साकशी के हालात
उपचुनाव के मोर्चे पर भाजपा ने मंत्रियों को किया तैनात: भाजपा टिकट के पहले ही सीटों का मिजाज भापने में जुटी।
भोपाल l दमोह विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव की हार का सबक लेते हुए भाजपा खंडवा लोकसभा एवं पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए अभी से बिसात बिछाना शुरू कर दी है l अभी चुनाव का ऐलान भी नहीं हुआ, कोरोना का कहर कम होने से चुनाव होने की उम्मीद बढ़ गई है l इसलिए न सीटों पर प्रत्याशियों की दौड़ भी शुरू हो गई है l लेकिन अभी टिकट के फैसले के पहले सट्टा संगठन इन इलाकों का पूरा मिजाज नापना चाहता है l इसलिए स्थानीय व प्रभारी मंत्रियों से लेकर संगठन के पदाधिकारियों तब को इन क्षेत्रों में दौड़ाना शुरू कर दिया है l सत्ता संगठन टिकट के पहले ही पूरी स्थिति का आकलन करना चाहती है इसलिए हर बूथ पर माइक्रो स्टडी की शुरुआत कर दी गई है l
*भाजपा के लिए खंडवा लोकसभा क्षेत्र सबसे अहम*
फिलहाल सत्ता संगठन के लिए सबसे अहम खंडवा लोकसभा क्षेत्र है l यह सीट पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के कोरोना से निधन के चलते खाली हुई है, इस सीट पर नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष की दावेदारी है l पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस व इंदौर के कृष्ण मुरारी मोघे ने दावेदारी की है l कांग्रेस से पूर्व सांसद अरुण यादव ने दावा किया है l भाजपा मंत्रियों एवं अन्य नेताओं को लीडर मूवमेंट पर उतार दिया है l मंत्री कमल पटेल ठाकुर ने भी दौरा कर भाजपा की स्थिति को भांपा है l यहां टिकट का फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सलाह करके उनकी सजा बंदी की हिसाब से ही होगा l
*3 सीटों पर रस्साकशी की हालात*
उपचुनाव वाली तीनों विधानसभा की सीटों पर टिकट के लिए रस्साकशी के हालात हैं l कोरोना के कहर के कारण उपजे नकारात्मक माहौल को कबर करने के लिए भाजपा का मैनेजमेंट ग्रुप जनता में दस्तक दे रहा है l पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन से खाली हुई थी, वही जोबट भी कलावती भूरिया के निधन से खाली है और यही हाल रैगांव विधानसभा क्षेत्र का यहां जुगल किशोर बागरी के निधन से उपचुनाव हालात हैं l भाजपा इन विधानसभा क्षेत्रों में जातिगत एवं स्थानीय समीकरणों के हिसाब से मैनेजमेंट बना रही है l तीनों विधानसभा क्षेत्रों में नए दावेदार हैं l विधानसभा क्षेत्र में मचा घमासान से भाजपा और कांग्रेस में अंतर कलह उभर रही है l भाग्य का फैसला जनता करेगी किंतु टिकट का फैसला दिल्ली के दरबार में होगा l