अम्बाला छावनी, (जयबीर राणा थंबड़)। अंबाला छावनी के हाथीखाना मंदिर के नजदीक आज सुबह नगर परिषद की टीम ने कई अतिक्रमणोंं को हटाया। इस दौरान वहां रह रहे लोगो ने नगर परिषद की इस कारवाही का विरोध भी किया। आज सुबह लगभग 9 बजे नगर परिषद के कार्यकारी आधिकारी अपु्रव चौधरी, परिषद के सचिव राजेश कुमार, मुख्य सफाई निरीक्षक विनोद वैनीवाल भी रहें। सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए डीएसपी राम कुमार भी दल-बल के साथ मौके पर मोजुद थें। लगभग 70 नगर परिषद कर्मचारियों, कई जेसीबी मशीनों की सहायता से इस जमीन पर बनें चारदीवारी को गिराया गया। नगर परिषद के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि जमीन पर बिना अनुमति के दीवारें आदि बना दी गई। इस संबधं में परिषद ने यहां पर रह रहे लोगों को नोटिस भी दिया था। व कई बार काम को रूकवाया भी गया। लेकिन उसके बाद भी यह लोग नही माने। और अतिक्रमण का यह कार्य निरंतर जारी रहा। हमारी टीम ने 2 दिन पहले अतिक्रमण हटाने की कोशिश की लेकिन तब यहां पर अनेक लोग इकट्ठे हो गए और यहां पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की भी कोशिश की। कुछ लोग तो जेसीबी के ऊपर तक पहुंच गए। ऐसे में इस लोगों पर विभिन्न धाराओ के तहत मुकदमा भी दर्ज करवाया गया। अतिक्रमण हटाना बेहद आवश्यक था। इसी पर कारवाही करते हुए, आज परिषद द्वारा यह अतिक्रमण हटाया गया हैं। यदि फिर से यह लोग अतिक्रमण करेंगे तो उनके खिलाफ सख़्त कारवाही की जाएगी।
वही दुसरी और, वहां रह रहे लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को पूरी तरह से अनुचित बताया। उनका कहना था कि इस जमीन पर वह पिछले कई वर्षो से खेती कर रहें है। जमीन पर अक्सर आवारा पशु आ जाते है और उनकी फसलों को बर्बाद करतें है। यहां से निकलने वाले राहगिर भी उनकी फसलों को नुक्सान पहुंचाते है। इसी को देखते हुए वह खेतों पर चारदिवारी कर रहें थे। इसी दौरान नगर परिषद की टीम यहां पर आ पहुंची जबकि इस जमीन पर मुकद्मा वह पहले से ही जीत चुके है। लोगो का आरोप था कि राजनैतिक रंजिश के चलते उनके साथ यह कार्रवाई की जा रही है। लोगो ने यह भी बताया कि उन्हे जबरन जमीन से हटाने की कोशिश की जा रही है।
इस मामले में कार्यकारी अधिकारी अपूर्व चौधरी का कहना था कि अवैध निर्माण को रोकने के लिए एक हफ्ते के दो नोटिस दिए गए थे। लेकिन निर्माण नहीं रोका गया। 31 मई को जब हमारी टीमे अतिक्रमण हटाने आई तो उन पर पथराव किया गया और हाथापाई तक की गई थी।