2018-19 में सरकार ने सर्वश्रेष्ठ सीएचसी के दिए थे 15 लाख
बराड़ा/मुलाना, (जयबीर राणा थंबड़)। अपने पद पर रहते हुए अपनी योग्यता और अधिकार क्षेत्र से अतिरिक्त अपने कर्तव्यों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का जीता जागता उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं सीएचसी मुलाना के एसएमओ डा. कुलदीप सिंह राठौड़। जिनके कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में सीएचसी मुलाना चिकित्सा जगत में अपनी अनूठी पहचान बना रहा है। हस्पताल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त नये भवनों के निर्माण, पुराने भवनों के कायाकल्प, दवाईयों-उपकरणों व फर्नीचरों की उपलब्धता, सभी आवश्यक सुविधाओं और रखरखाव, सौंदर्यीकरण, सफाई व्यवस्था आदि यह सब मुख्य कारण है जो सीएचसी मुलाना को अन्य सरकारी अस्पतालों से भिन्न दर्शातें है और यह सब डा. कुलदीप सिंह राठौड़ के प्रयासों और दृढ़ संकल्पशक्ति से ही संभव हुआ है। सीएचसी मुलाना की इन्हीं विशेषताओं और उपलब्धियों के लिए हरियाणा सरकार की ओर से 2018-19 में सर्वश्रेष्ठ सीएचसी होने का गौरव प्राप्त हुआ और 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि भी मिली, जिसका सदुपयोग हस्पताल को और अधिक सुशोभित व सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया।
मुलाना कस्बा व आसपास के क्षेत्रों के सामाजिक संगठनों व क्षेत्रवासियों ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व जिला अंबाला के सीएमओ डॉ कुलदीप सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा की वह हरियाणा सरकार के बहुत बहुत आभारी हैं कि जिन्होंने डॉक्टर कुलदीप सिंह राठौर जैसे नेक, निष्ठावान व कर्तव्यपर्याण अधिकारी को यहां पर भेजा, जिनके दिशा निर्देशन और कार्यकुशलता से सीएचसी मुलाना प्रगति के पथ पर अग्रसर है और यहां पर मौजूद सुविधाओं से सभी क्षेत्रवासी लाभान्वित हो रहे हैं।
डॉ कुलदीप सिंह राठौड़ ने बताया कि इस समय देश में महामारी का दौर चला हुआ है, जिससे निपटने के लिए सीएचसी मुलाना पूर्णतः सक्षम है। उन्होंने बताया कि जिला उपायुक्त अशोक शर्मा और सीएमओ डॉ कुलदीप सिंह के निर्देशानुसार मुलाना सीएचसी को कोविड सेंटर बनाया गया है, जिसके तहत कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन युक्त 50 बैड की सुविधा उपलब्ध है। अभी यहां कोरोनावायरस से संक्रमित 12 मरीज उपचाराधीन है और सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि किसी भी कोरोना संक्रमित की ईलाज के अभाव में मृत्यु नहीं हुई है। डॉ कुलदीप सिंह राठौड़ ने बताया कि अब तक कोरोना के 20 हजार से अधिक RTPCR व 5974 रैपिड टैस्टिंग हो चुकी है और 26400 के लगभग लोगों का वैक्सिनेशन हो चुका है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विशेष देखभाल की जाती है और उन्हें घर पर ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने बताया सीएचसी में प्रतिमाह 30-35 नॉर्मल प्रसुति होती है और हर वीरवार को फैमली प्लानिंग ओप्रेशन भी किये जाते है। उन्होंने बताया कि 2018-19 में गांव द्वारा सीएससी मुलाना को सर्वश्रेष्ठ सीएससी का दर्जा दिया गया जिसके तहत 15 लाख रुपए का अनुदान भी प्राप्त हुआ और 2019-20 में ₹ एक लाख का सद्भावना पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।
उन्होंने बताया कि सीएमओ डॉ कुलदीप सिंह के निर्देशानुसार सभी मरीजों को ओपीडी में जांच की जाती है और आपातकाल सेवाओं के लिए भी सारा स्टाफ उपस्थित रहता है।