सेना की मदद से रीवा मे वैकल्पिक कोविड अस्पताल तैयार करे सरकार:- सिद्धार्थ
सेना की मदद से रीवा मे वैकल्पिक कोविड अस्पताल तैयार करे सरकार:- सिद्धार्थ

रीवा कोरोना के कहर से भयावह हुये हालातों के बीच कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी राज ने शिवराज सरकार से मांग की है कि सत्ता सेना की मदद से एक हजार बिस्तर के वैकल्पिक अस्पताल के निर्माण की मांग की है।
उन्होंने कहा कि रीवा की चिकित्सीय व्यवस्था पर न केवल रीवा बल्कि आस पास के जिलेवासी भी निर्भर है । इसलिये ऐसे मे आवश्यक है कि स्वस्थ्य तंत्र चर्मराये इसके पहले सरकार सेना की मदद ले कर आस्थाई  रूप से 1000 बिस्तर के कोविड का अस्पताल के निर्माण का कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण किया।
उन्होंने कहा कि सरकार पहले से भी रचनात्मक सुझावों को खारिज करती रही है यदि इस मामले में भी देरी की जाती है तो कोरोना से मौतों का जो आंकड़ा सैकड़ा पर कर चुका है उसे हजारों होते देर नही लगेंगी । और इसकी जिम्मेदारी सरकार व रीवा के सभी माननीयों की होगी।
उन्होंने सत्ता पक्ष के माननीयों को घेरते हुये सवाल किया है कि रोज निरीक्षण के नाम पर चहल कदमी करना व्यवस्था पर दबाव बनाता है ।आखिर हफ्तों से कोविड सेंटर जा रहे रीवा के सांसद व विधायक जुबानी जमा खर्च के अलावा न व्यवस्था सुधार पाये न ही मरीजों को राहत दे पाये बस फोटो सेशन जारी है।
*सभी पत्रकारों को मिले फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा*
उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा अधिमान्य पत्रकारों को  फ्रंट लाइन वर्कर दर्जा दिया गया जो देर से लिया गया दुरुस्त निर्णय है ।लेकिन हमारी मांग है कि फील्ड में काम कर रहे कई पत्रकारों को अधिमान्य का दर्जा प्राप्त नही है ।वो लोग प्रतिदिन जान जोखिम में डाल कर कार्य कर रहे है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि सभी पत्रकारों को फ्रंट लाइन।वर्कर का दर्जा दिया जाना चाहिए तभी सरकार का यह निर्णय सार्थक होगा।