राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियमों की नगर निकाय धज्जियां उड़ा रही है
*राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियमों की नगर निकाय धज्जियां उड़ा रही है*
*घोड़ाडोंगरी रिपोर्टर मनोज पवार*
दिनांक 29 एक 2000 को नगर पालिका परिषद में पीएसी की बैठक हुई एजेंडे में शामिल प्रस्तावों मे कुछ प्रस्ताव को छोड़कर बाकी सभी पास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए गए परंतु आज दिनांक 10 /4/ 2021 तक नगर पालिका अध्यक्ष ने उक्त एजेंडे की प्रोसिडिंग पर हस्ताक्षर नहीं किए जिसमें  पि आई सी मेम्बरों को भी आज दिनांक तक प्रोसीडिंग की कॉपी भी नहीं मिल पाई उक्त एजेंडे मे  2 कर्मचारियों की बहाली का भी प्रस्ताव पि आई सी द्वारा पास किया जा चुका है लेकिन उन्हें पद पर बहाली का आदेश अभी तक नगर पालिका सीएमओ साहब  सी के मेश्राम द्वारा नहीं दिया गया जिसमें उन दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उक्त विषय की जानकारी वार्ड नंबर 29 के पार्षद संतोष देशमुख के द्वारा द्वारा दी गई उनका कहना है कि आरक्षित सीट पर अनाधिकृत रूप से कब्जा कर बैठी अध्यक्षा नियम अनाधिकृत है जो मनमानी करने से बाज नहीं आ रही है संज्ञान हो की इस प्रकार अनाधिकृत से पार्षद सीट पर बैठे उनकी बेटी द्वारा हथियाने पर जिला कलेक्टर द्वारा उनकी बेटी को पद से हटाया गया परंतु भाजपा नेता और पार्षदों की मिलीभगत से आज तक दिनांक 10/ 4/ 2021 तक अस्थाई प्रस्ताव भाजपा नहीं लाई उल्टे अध्यक्षा की मनमानी में भाजपाइयों के द्वारा पूरी मदद की जा रही है जो चिंता का विषय है ऐसा ज्ञात होता है कि अध्यक्ष और सीएमओ साहब और हमारे घोड़ाडोंगरी के बाबू साहब इन सभी ने नियमों का उल्लंघन करने की ठान रखी है इनका ले दे कर के बात इतनी समझ में आई हमको तो सिर्फ नियमों का उल्लंघन ही करना है और अपनी जेब भरने पर पूरा ध्यान होना चाहिए क्योंकि कार्यशैली भी इनकी पूर्ण रूप से नियम के विरुद्ध की ही होती है क्योंकि बाबूजी कई हिदायत और आदेशों का पालन न करने में पता नहीं क्या महसूस करते है अपने आधिकारिक क्षेत्र में नियम के साथ काम किया जाए परंतु ऐसा काम करना लगता है उनके अधिकारी क्षेत्र में नहीं आता है जिससे हमारे क्षेत्र की भोली-भाली जनता को आए दिन परेशानियों का सामना करते ही रहना पड़ता है बाबूजी की गलतियों का अंबार और पैसे की भूख पता नहीं कब मिटेगी अगर बाबूजी को आदेश महोदय जी का नहीं होता तो बात कहने की थी परंतु आदेश का पालन करने पर आज तक उन्होंने गंभीरता से सोचा भी नहीं लेकिन हम आवाज उठाते रहेंगे न्यूज़ एसीपी इंडिया की हमेंशा *आंखें क्राइम पर* ही होगी