बैंको मे कागजी कार्यवाही को लेकर कर रही है
बैंको मे कागजी कार्यवाही को लेकर कर रही है आम जनता पर  लोन न देने का अत्याचार रोजगार को लेकर होने लगी बड़ी गंभीर समस्या लोग सड़कों पर उतर गए घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के निम्न वर्ग के लोगों  को रोजगार की बड़ी समस्या हो रही है इस सत्र में पिछले साल जो लॉकडाउन हुआ था उसमें उन सभी लोगों ने भारी परेशानियों का सामना किया और रोजगार होते हुए भी बेरोजगार आज की स्थिति में हो चुके हैं लेकिन परिवार तो पालना ही पड़ेगा इसलिए कुछ लोगों ने रोड के किनारे में दुकान लगाकर अपना भरण-पोषण करना चालू किया है उक्त सरकार की तरफ से कुछ महीने कुछ पैसे भी मिले लेकिन गुजर-बसर उतनी पैसों में नहीं हो पा रहा है आज आम जनता का कहना है कि बेरोजगारी और बढ़ती हुई कीमत में उन सभी के रोजगार के ऊपर ताला लगा हुआ है हम सब मिलकर सरकार से अपील करते हैं कि कुछ और सहोलियत मुहैया कराएं और यह सारी बढ़ती हुई कीमतों पर लगाम लगाएं वरना आज दो वक्त की रोटी भी कमाना और खाना परिवार के लिए बमुश्किल हो रहा है आज अच्छा खासा व्यवसाय मे भारी दिक्कतों का सामना करना पडता है फर भी आज वह व्यवसाय भी आपदा उनकी वजह से छिन गया है और भुखमरी सी छा गई है रोड सुनसान होते हैं ग्राहक बिल्कुल भी नहीं आते हैं जो कुछ आता है तो सिर्फ दो रोटी के लिए व्यवस्था हो जाती है  कुछ दिनों से हमारे यहां हो रही दिक्कतों का सामना करते हुए  हम सबको आज कुछ ना कुछ रोजगार की आवश्यकता है इन गरीब लोगों की आंखों में नमी  अलग ही झलकती है बार बार पूछने पर यह कहते हैं कि सरकार हमारे लिए और कुछ करेगी  क्या जिंदगी भर हमको ऐसी भारी समस्याओं का सामना करना पडेगा समाधान होगा कि नहीं और तो और मौसम के खराब होने की वजह से ग्राहकी में भी इन लोगों को बेवजह दिक्कतों का सामना करना पड़ता है कुछ लोगों की आवाजाही की वजह से दो वक्त की रोटी की व्यवस्था होती रहती है क्या दो रोटी की व्यवस्था ही जिंदगी भर होती रहे क्या हमारी सरकार हमारे लिए कुछ अच्छा नहीं कर पाएगी नगर पालिका से लोन के लिए गुहार करते वक्त हम सब भाइयों ने ₹10000 के लोन के लिए फार्म भरे फार्म भरने के बाद जब फॉर्म लेकर के बैंक पहुंचे तो बैंक वाले ने काफी कागजी कार्यवाही के बारे में बात करते हुए कहां कि आपका बैंक में  स्कोर कम है और अन्य कागज नहीं होने की वजह से कई लोगों को लोन नहीं दिया जा सकता है और ₹200000 के लोन के लिए भी भारी कागजी कार्रवाई का वास्ता देते हुए किसी भी बहाने को लेकर बैंक के अधिकारी लोन फॉर्म को निरस्त कर देते हैं और हमारी सरकार कहती है कि हम गरीबों को ₹200000 कार लोन सरकार की गारंटी पर दे रहे हैं लेकिन सारी जानकारी पता करने के बाद बात पता  चली है  लोन की प्रक्रिया बस कागजों पर सिमट कर रह गई है और लोग नगर पालिका और बैंकों के चक्कर ही लगा रहे हैं बमुश्किल इस साल भी क्षेत्र एवं घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में 15 से 20 लोगों को ही लोन मिल पाया होगा और बाकी सब  कागजी कार्रवाई नहीं सिमट कर रह गए पाथाखेड़ा के निवासी अशोक गोहिते और अन्य  सब साथियों ने मिलकर के न्यूज़ एसीपी इंडिया को रिपोर्ट दी गई